आज सुबह भगवान जगन्नाथ (Lord Jagannath) की रथ यात्रा (Rath Yatra) ओड़िशा के पुरी में शुरू हो गई. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सोमवार को अपना फैसला बदलते हुए जगन्नाथ यात्रा को मंजूरी दी थी. सुप्रीम कोर्ट द्वारा हर साल की तरह इस साल भी रथ यात्रा करने की इजाजत तो दे दी लेकिन कोविड-19 के कारण हमेशा की तरह इस साल यात्रा में श्रद्धालु शामिल नहीं हो सकेंगे.
भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और माता सुभद्रा की प्रतिमाओं को हर साल मंदिर से बाहर निकाला जाता है. इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल आषाढ़ के महीने में किया जाता है. भगवान जगन्नाथ और उनके दो भाई-बहन बलभद्र और सुभद्रा की वार्षिक यात्रा का जश्न 9 दिन तक मनाया जाता है.
12वीं सदी में बनाए गए जगन्नाथ मंदिर में सुबह तीन बजे ही रसमों को शुरू कर दिया गया था. इसके बाद सुबह 7 बजे भगवान जगन्नाथ और बलभद्र को रथ में सवार कर दिया गया. इसके बाद दोपहर को रथ यात्रा की शुरुआत की गई.
#WATCH Idol of Lord Jagannath being brought to the chariot by priests and 'sevayats' for the Rath Yatra from Jagannath Temple in Puri#Odisha pic.twitter.com/b26LHX2jAi
— ANI (@ANI) June 23, 2020
भगवान जगन्नाथ के रथ की लंबाई 45.6 फीट है और इसमें 18 पहिए लगे हुए हैं. वहीं भगवान बलभद्र का रथ भगवान जगन्नाथ के रथ से थोड़ा छोटा है. भगवान बलभद्र के रथ की लंबाई 45 फीट है और इसमें 16 पहिए लगे हुए हैं. माता सुभद्रा के रथ की लंबाई 44.6 फीट है और इसमें 14 पहिए लगे हुए हैं.
#WATCH Idol of Lord Jagannath being brought to the chariot by priests and 'sevayats' for the Rath Yatra from Jagannath Temple in Puri#Odisha pic.twitter.com/b26LHX2jAi
— ANI (@ANI) June 23, 2020
आपको बता दें रथ यात्रा के लिए हर साल नए रथ बनाए जाते हैं और इसमें मुख्य रूप से फसी, भुनरा और आसन पेड़ों की लकड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है. भगवान जगन्नाथ के रथ को ले जाए जाने से पहले ''राजा'' सुनहरी झाड़ू से सड़क साफ करते हैं. वहीं पुजारी खूबसूरत पंखों से भगवान को हवा करते हैं. इसके साथ ही पुजारी श्लोक पढ़ते हैं और घंटी बजाते हैं.
रथ यात्रा के बारे में बात करते हुए ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, ''इस साल भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन करना काफी चुनौतीपूर्ण है. राज्य सरकार ने 41 घंटों के लिए राज्य में कर्फ्यू लगा दिया है, जो सोमवार रात को 8 बजे शुरू हो गया था. इसके बाद पुरी में सैनेटाइजेशन का काम किया गया.''
#BadaDanda all decked up for the spiritual journey. #RathaJatra #ରଥଯାତ୍ରା #JaiJagannath pic.twitter.com/TDmGw10dFz
— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) June 23, 2020
अवॉर्ड विनिंग सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने भी लोगों को भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए आर्ट बनाई है.
Jai Jagannath! May Lord Jagannath bless all on the auspicious occasion of #RathYatra .Mahaprabhu bless all with good heath, joy and prosperity.
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) June 23, 2020
My SandArt at #Puri beach in Odisha . pic.twitter.com/TZb6N5y7F8
पुरी में रथ यात्रा के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है.
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