विज्ञापन
This Article is From Sep 12, 2022

Pitru Paksha: ट्रेन में पितरों के नाम पर बर्थ करते हैं आरक्षित, सीट पर रखते नारियल, जानें पितृ पक्ष में क्यों होता है ऐसा

Pitru Paksha 2022: पतृ पक्ष की शुरुआत 10 सितंबर से हो चुकी है. मान्यता है को लोग गया में अपनें पूर्वजों का पिंडदान कराने के लिए जाते हैं, वे अपने पूर्वजों के निमित्त ट्रेन में सीट रिजर्व कराते हैं.

Pitru Paksha: ट्रेन में पितरों के नाम पर बर्थ करते हैं आरक्षित, सीट पर रखते नारियल, जानें पितृ पक्ष में क्यों होता है ऐसा
Pitru Paksha 2022: पितृ पक्ष में पूर्वजों के निमित्त पिंडदान करने के लिए लोग गया जाते हैं.

Pitru Paksha 2022: पितृ पक्ष के दौरान पितरों के निमित्त तर्पण करने की परंपरा पौराणिक काल से चली आ रही है. कहा जाता है पितृ तर्पण (Pitru Tarpan) से पितर दोष खत्म हो जाते हैं. इस बार पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2022) 10 सितंबर से शुरू हो चुका है जो कि आगामी 25 सितंबर तक चलेगा. इस दौरान लोग अपने-अपने पूर्वजों के श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण के लिए बिहार के गया (Gaya Pitru Paksha) में जुटे हैं. पितृ पक्ष के दौरान लोग अपने पूर्वजों को मोक्ष की कामना को लेकर गयाजी के लिए ट्रेन से प्रस्थान कर रहे हैं. इस दौरान वे अपने पूर्वजों के निमित्त भी बर्थ रिजर्व करवाते हैं और उनकी सीट पर नारियल रखकर साथ ले जाते हैं. आइए जानते हैं कि पितृ पक्ष मे ऐसा क्यों किया जाता है. 

मान्यता है साथ-साथ चलते हैं पितृ देव

धार्मिक मान्यता है कि पितृ देव अपनी पीढ़ी के साथ-साथ उनके पूर्वज भी साथ-साथ गया जाते हैं. जहां 15, 17 और दिनों के कर्मकांड करने वाले पिंडदानी अलग-अलग पिंड वेदियों पर पितरों को नमन करते हैं. माना जाता है कि पितर उनके साथ-साथ चलते हैं. कहा जाता है कि जब वे पितरों के मोक्ष की कामना को लेकर घर से निकलते हैं तो उनका आवाहन करते हैं. जिस वजह से पितर भी उनके साथ-साथ चलते हैं.

Pitru Paksha 2022: क्यों लगता है पितृ दोष, जानें सही वजह और मुक्ति पाने के लिए क्या करें खास उपाय

पितरों का आवाहन करके निलकते हैं घर से 

गया तीर्थ के पुरोहित ये विधि बताते हैं कि जब पिंडदानी घर से चलें तो अपने पूर्वजों का आवाहन जरूर करें. पितरों का आवाहन करने के लिए एक सूखा नारियल, अपने घर से दो चुटकी मिट्टी और कुछ अक्षत लेकर उनका स्मरण किया जाता है. इसके साथ ही मन ही मन उनसे विनती करते हैं कि वे गया जा रहे हैं और वे भी उनके साथ चलें. कहीं-कहीं जब पूरा परिवार चलता है तो एक बर्थ पर पितर के नाम से भी रिजर्व करवाता है. उस बर्थ पर वही नारियल रखा जाता है, जिसे लेकर आवाहन किया गया है. जिस बर्थ पर नारियल रखा जाता है, उस पर कोई नहीं बैठता है.

Pitru Paksha 2022: 25 सितंबर तक चलेगा पितृ पक्ष, इस दौरान भूलकर भी ना करें ये 5 काम, नहीं तो लग सकता है पितृ दोष

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

अनंत चतुर्दशी आज, मुंबई में गणपति विसर्जन की धूम

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com