गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश परब मनाया गया
नई दिल्ली:
सिख धर्म की पवित्र पुस्तक, गुरु ग्रंथ साहिब के प्रतिष्ठापना की याद में अमृतसर में सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हरमिंदर साहिब को फूलों से सजाया गया. गुरु ग्रंथ साहिब को सबसे पहले यहीं पर 1604 में प्रतिस्थापित किया गया था. यहां से लगभग 250 किलोमीटर दूर अमृतसर में गुरुद्वारा रामसार से स्वर्ण मंदिर परिसर तक धार्मिक जुलूस निकाला गया.
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के पदाधिकारियों ने कहा कि पवित्र स्थल को सजाने के लिए 100 कुंटल से ज्यादा फूलों का उपयोग किया गया है.
15 हजार किलो सोने से बना है ये मंदिर, रोज़ाना दर्शन करते हैं लाखों भक्त
सजावट के लिए फूल थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से भी मंगाए गए थे. स्वर्ण मंदिर परिसर और पंजाब भर में गुरुद्वारों में यह उत्सव मनाया गया.
राज्यस्तरीय उत्सव यहां से लगभग 200 किलोमीटर दूर कपूरथला जिले में सुल्तानपुर लोधी में मनाया गया, जहां पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिख धर्म गुरुओं के साथ भाग लिया.
अमृतसर जाएं तो जरूर करें ये 8 काम
पंजाब सरकार ने इस अवसर पर सोमवार को आधिकारिक अवकाश की घोषणा की थी.
यहां देखें इस पर्व की तस्वीरें
VIDEO: अमृतसर का स्वर्ण मंदिर क्यों खो रहा है चमक?
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के पदाधिकारियों ने कहा कि पवित्र स्थल को सजाने के लिए 100 कुंटल से ज्यादा फूलों का उपयोग किया गया है.
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सजावट के लिए फूल थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से भी मंगाए गए थे. स्वर्ण मंदिर परिसर और पंजाब भर में गुरुद्वारों में यह उत्सव मनाया गया.
राज्यस्तरीय उत्सव यहां से लगभग 200 किलोमीटर दूर कपूरथला जिले में सुल्तानपुर लोधी में मनाया गया, जहां पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिख धर्म गुरुओं के साथ भाग लिया.
अमृतसर जाएं तो जरूर करें ये 8 काम
पंजाब सरकार ने इस अवसर पर सोमवार को आधिकारिक अवकाश की घोषणा की थी.
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