
Ekadashi ka paran kaise karen : हिन्दू धर्म में एकादशी एक महत्वपूर्ण व्रत है. यह उपवास भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित है. इनकी सच्चे मन से पूजा अर्चना करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. आपको बता दें कि साल में 24 एकादशी पड़ती है, जिनमें से निर्जला एकादशी व्रत करने से साल की सभी एकादशियों का फल एक साथ मिलता है. लेकिन कुछ लोग एकादशी का पारण करने में अनजाने में कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिसके कारण उन्हें इसका पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता. ऐसे में आज हम आपको यहां पर एकादशी व्रत का पारण करने का सही नियम बताने जा रहे हैं, जिसे आप अगली बार के व्रत में जरूर पालन करें.
मान्यतानुसार महिलाओं को किस दिन बाल धोने चाहिए किस दिन नहीं, जानिए यहां
कैसे करें एकादशी व्रत का पारण - How to break the fast of Ekadashi
- जब भी आप एकादशी व्रत का पारण करें तो फिर अन्न खाने से पहले अपने मुख में तुलसी का दल जरूर रखें. ध्यान रहे तुलसी चबाएं नहीं बल्कि उसे निगल जाएं. वहीं, आप पारण करने से पहले 1 या 2 आंवला भी खा सकते हैं. यह भी बहुत फलदायी होता है.
- इससे आपको अखंड सौभाग्य प्राप्त हो सकता है और जिन लोगों को संतान सुख नहीं है उन्हें सूर्योदय के बाद ही पारण करना चाहिए.
- सूर्योदय से पहले पारण की कोई विधि और नियम नहीं है. वहीं, आप द्वादशी के दिन चावल खाकर ही पारण करें और मुहूर्त के समय में करें.
- इसके अलावा आपको व्रत के दौरान किसी प्रकार की हिंसा से बचना चाहिए. आपको क्रोध से बचना चाहिए और उत्तेजना जैसी चीजों से भी. तभी व्रत पूर्ण माना जाता है.
एकादशी के पारण का मुहूर्त 2025 - Ekadashi Parana Muhurta 2025
6 जून को व्रत रखने वालों के लिए 7 जून पारण का समय (kab karen ekdashi vrat ka paran) दोपहर 1 बजकर 44 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 31 मिनट के बीच है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं