Mahashivratri 2018: शिव पूजन में बिल्कुल भी न करें इस फूल का इस्तेमाल, वरना...

भगवान शिव पर शंखपुष्प भी अर्पित किए जाते हैं. इससे लक्ष्मी की प्राप्ति होती है. वहीं हरसिंगार भगवान शिव पर अर्पित करने से सुख-संपत्ति की प्राप्ति की जा सकती है.

Mahashivratri 2018: शिव पूजन में बिल्कुल भी न करें इस फूल का इस्तेमाल, वरना...

भगवान शिव को अर्पित न करें ये फूल

महाशिवरात्रि के त्योहार पर हर कोई भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहता है. भक्तों के लिए ये दिन का खास महत्व भी रखता है. महाशिवरात्रि के अवसर पर भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं और उन्हें फल-फूल अर्पित करते हैं. इस दिन भगवान शिव को फूल अर्पित करने से कई मनोकामनाओं की पूर्ति भी होती है.

आइए जान लीजिए भगवान शिव को कौनसा फूल चढ़ाने से कैसा वरदान हासिल होता है...

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा हर्षोल्लास के साथ की जाती है. भगवान शिव को धतुरे का पुष्प काफी प्रिय है. भगवान शिव को धतुरे के पुष्प अर्पित करने से संतान की प्राप्ति होती है. इसके अलावा भगवान शिव को आंकड़े के फूल भी अर्पित किए जाते हैं. इससे लंबी आयु की प्राप्ति होती है.
 


जपाकुसुम भगवान शिव को अर्पित करने से शत्रुओं का नाश किया जा सकता है. वहीं एक लाख बिल्वपत्र भगवान शिव को अर्पित करने से मन मुताबिक वस्तु की प्राप्ति की जा सकती है. इसके अलावा आंक, अलसी, शमी पत्र और शमी के फूल भगवान शिव पर अर्पित करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.

भगवान शिव पर शंखपुष्प भी अर्पित किए जाते हैं. इससे लक्ष्मी की प्राप्ति होती है. वहीं हरसिंगार भगवान शिव पर अर्पित करने से सुख-संपत्ति की प्राप्ति की जा सकती है. इसके अलावा बेला के पुष्प अर्पित करने से सुंदर और सुयोग्य पत्नी की कामना पूर्ति की जा सकती है.

मान्यता के मुताबिक भगवान शिव की पूजा में एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि केवड़ा का पुष्प शिव पूजन में वर्जित माना जाता है. इसका इस्तेमाल भगवान शिव की पूजा में नहीं करना चाहिए.
 
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