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This Article is From Aug 11, 2022

Chhath Puja 2022 Date Calendar: इस साल छठ पर्व कब है, यहां जानें नहाय खाय, खरना की तारीख और पूजन सामग्री

Chhath Puja 2022 Date: छठ महापर्व हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. इस पर्व की शुरुआत खरना के साथ होती है.

Chhath Puja 2022 Date Calendar: इस साल छठ पर्व कब है, यहां जानें नहाय खाय, खरना की तारीख और पूजन सामग्री
Chhath Puja 2022 Date: छठ पर्व के दौरान डूबते और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.

Chhath Puja 2022 Date Calendar: हिंदू धर्म में छठ (Chhath) को आस्था का महापर्व कहा जाता है. छठ पर्व की लोगप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह भारत के बाहर भी कई देशों में श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जाता है. छठ महापर्व (Chhath Festival) दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है. इस पर्व में उगते और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है. इसके साथ ही इस दिन छठी मैय्या की पूजा होती है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से छठी मैय्या की पूजा करने पर जीवन के सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं. आइए जानते हैं कि साल 2022 में छठ पर्व कब है और छठ पूजा के लिए पूजन सामग्री क्या है. 

साल 2022 में छठ कब है | Chhath Date 2022

हिंदू पंचांग के अनुसार, छठ पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को पड़ता है. इस साल 2022 में छठ पर्व 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा. 28 अक्टूबर को नहाय खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत होगी. जिसके बाद 29 अक्टूबर को खरना होगा. 30 अक्टूबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और 31 अक्टूबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा.

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क्या होता है खरना | Chhath Kharna

छठ पर्व के दूसरे दिन खरना होता है. इस दिन व्रत रखा जाता है और शाम के समय मिट्टी के चूल्हे पर गुड़वाली खीर का प्रसाद तैयार किया जाता है. साथ ही इस दिन व्रती इसी प्रसाद को ग्रहण करने के बाद 36 घंटे के लिए निर्जला व्रत रखती हैं.

छठ पूजा विधि | Chhath Puja Vidhi

छठ पर्व में सूर्य देव की उपासना का विधान है. छठ महापर्व के तीसरे दिन शाम के समय व्रती तालाब या नदी में जाकर डूबते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं. इसके साथ ही छठ पर्व के अंतिम दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस पर्व का समापन होता है. छठ के दिन व्रती, महिलाएं सूर्योदय के पहले ही तालाब या नदी में खड़ी होकर सूर्य देव की पूजा-उपासना करती हैं. सूर्य को उदित होते ही भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इसके बाद व्रती व्रत का पारण करते हैं.

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छठ पूजा सामग्री | Chhath Puja Samagri List

साड़ी या धोती, बांस की दो बड़ी टोकरी, बांस या पीतल का सूप, गिलास, लोटा और थाली, दूध और गंगाजल, एक नारियल, 5 गन्‍ना, चावल, एक दर्जन मिट्टी के दीपक, धूपबत्ती, कुमकुम, बाती, सिंदूर, चौकी, केले के पत्‍ते, केला, सेव, सिंघाड़ा, हल्‍दी, मूली और अदरक का पौधा, शकरकंदी और सुथनी, पान और सुपारी, शहद, मिठाई, गुड़, गेहूं और चावल का आटा इत्यादि.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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