फाइल फोटो
शक्ति आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि इस साल चैत्र प्रतिपदा यानी 8 अप्रैल, शुक्रवार से शुरू होगी। यह पर्व नौ दिनों तक चलेगा, जिसमें आदि शक्ति दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाएगी। चैत्र नवरात्रि को वसंत नवरात्र भी कहा जाता है।
आठ अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत कलश-स्थापना से होगी। इसे घट स्थपाना भी कहा जाता है। देवी आराधना के इस पर्व का समापन 16 अप्रैल, शनिवार को होगा।
चैत्र नवरात्रि की नवमी को हुआ था भगवान राम का जन्म
चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि को 'रामनवमी' पर्व भी मनाया जाता है। मान्यता है कि इस तिथि को भगवान राम का जन्म हुआ था। इस वर्ष यह तिथि 15 अप्रैल, शुक्रवार को पड़ रही है।
हिंदू धर्म में एक वर्ष में कुल चार नवरात्रि पर्व होते हैं। इसमें दो दृश्य (प्रत्यक्ष) और दो गुप्त होते हैं। लोगों को दो नवरात्रि—चैत्र और आश्विन नवरात्रि—के बारे में अधिक जानकारी है, क्योंकि प्राय: ये दोनों सार्वजनिक रूप से हर जगह मनाए जाते हैं। बाकी दो नवरात्रि आषाढ़ और माघ महीने में होती हैं, जिसे गुप्त नवरात्रि भी कहते हैं।
आठ अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत कलश-स्थापना से होगी। इसे घट स्थपाना भी कहा जाता है। देवी आराधना के इस पर्व का समापन 16 अप्रैल, शनिवार को होगा।
चैत्र नवरात्रि की नवमी को हुआ था भगवान राम का जन्म
चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि को 'रामनवमी' पर्व भी मनाया जाता है। मान्यता है कि इस तिथि को भगवान राम का जन्म हुआ था। इस वर्ष यह तिथि 15 अप्रैल, शुक्रवार को पड़ रही है।
हिंदू धर्म में एक वर्ष में कुल चार नवरात्रि पर्व होते हैं। इसमें दो दृश्य (प्रत्यक्ष) और दो गुप्त होते हैं। लोगों को दो नवरात्रि—चैत्र और आश्विन नवरात्रि—के बारे में अधिक जानकारी है, क्योंकि प्राय: ये दोनों सार्वजनिक रूप से हर जगह मनाए जाते हैं। बाकी दो नवरात्रि आषाढ़ और माघ महीने में होती हैं, जिसे गुप्त नवरात्रि भी कहते हैं।
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