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This Article is From Apr 07, 2022

Chaitra Navratri 2022: अष्टमी के दिन इस तरह की जाती है मां दुर्गा की पूजा, मान्यतानुसार ध्यान में रखनी चाहिए ये 6 बातें 

Ashtami Puja: नवरात्रि के आठवें दिन अष्टमी पर दुर्गा मां के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है. जानिए इस दिन की विशेष पूजा विधि और कुछ ध्यान में रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें.

Chaitra Navratri 2022: अष्टमी के दिन इस तरह की जाती है मां दुर्गा की पूजा, मान्यतानुसार ध्यान में रखनी चाहिए ये 6 बातें 
Chaitra Navratri: नवरात्रि पर अष्टमी पूजा का विशेष महत्व है.

Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि को हिंदुओं का पवित्र त्योहार माना जाता है. इस दिन भक्त बड़े चाव से मां दुर्गा के नौ रूपों की नौ दिन पूजा करते हैं. इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल तक मनाई जाएगी, वहीं 9 अप्रैल के दिन अष्टमी (Ashtami) तिथि मानी जा रही है. इस दिन मां दुर्गा (Maa Durga) के महागौरी स्वरूप को पूजा जाएगा. इतना ही नहीं, कई भक्त इसी दिन हवन और कन्या पूजन भी करते हैं. कन्या पूजन का अष्टमी पर विशेष महत्व माना जाता है. 


अष्टमी पूजा विधि | Ashtami Puja Vidhi 

अष्टमी के दिन पूजा करने के लिए सुबह-सवेरे उठकर स्नान करने के पश्चात साफ वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है. इसके बाद मंदिर में गंगाजल का छिड़काव कर माता को सजाने के लिए उनपर चुनरी चढ़ाई जाती है. 
कुमकुम और अक्षत लगाकर दुर्गा मां (Durga Maa) को पूजा जाता है और आरती भी गाई जाती है. आखिर में भोग लगाकर सभी को प्रसाद बांटा जाता है. कहते हैं माता सभी की मनोकामनाएं सुनती हैं. 

मान्यतानुसार अष्टमी (Ashtami) पर पूजा करते समय हवन की सामग्री एकत्र की जाती है. हवन में धूप, जौ, मखाना, घी, नारियल, किशमिश, बेलपत्र, अक्षत, मूंगफली और शहद आदि सम्मिलित किया जाता है. हवन कुंड के साथ ही आम की लकड़ी, लौंग, कपूर, इलायची, मिठाई और फल आदि भी शामिल किए जाते हैं. 

हवन करते समय 'ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डयै विच्चै नमः' मंत्र का 108 बार जाप किया जाना शुभ माना जाता है. 

मान्यता के अनुसार सभी को हवन के पश्चात भभूत लगाई जाती है, प्रसाद बांटा जाता है और अंत में कन्याओं को भोज के लिए बैठाया जाता है. 

इन बातों का रखें ध्यान 

मान्यतानुसार दुर्गा अष्टमी पर कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाता है. 

  1. कहते हैं नवरात्रि (Navratri) के नौ दिन व्रत रखने वालों को दिन में सोना नहीं चाहिए. 
  2. कन्या पूजन में नौ कन्याओं के साथ एक लंगूर को बैठाना शुभ माना जाता है. 
  3. अष्टमी के दिन हवन वाली जगह को गाय के गोबर से लीपा जाना अच्छा मानते हैं. 
  4. इस दिन तुलसी माता की पूजा करने को महत्व दिया जाता है. 
  5. मान्यताओं के अनुसार कन्या पूजन में कन्याओं को उपहार दिया जाता है. 
  6. इस दिन नीले और काले रंग के कपड़ों को पहनना अच्छा नहीं माना जाता. 
     

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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