Thursday Remedy: हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक गुरुवार (Guruwar) भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को समर्पित है. इस दिन मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) को प्रसन्न करने के लिए भी कई उपाय और पूजा-पाठ किए जाते हैं. मान्यता है कि मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा से सुख-समृद्धि बढ़ती है. इसके अलावा मान्यता यह भी है कि गुरुवार को भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा-अर्चना करने से जीवन खुशहाल रहता है. आइए जानते हैं कि गुरुवार को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कौन-कौन से कार्य किए जाते हैं.
मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा के लिए किए जाते हैं ये कार्य
मान्यतानुसार, गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करनी चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी सहित भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. जिससे जीवन की नकारात्मकता खत्म हो जाती है, परिणामस्वरूप जीवन में खुशहाली आती है. पौराणिक मान्यता के अनुसार मां लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी हैं. कहा जाता है कि इनकी पूजा में तुलसी का प्रयोग करना चाहिए.
दांपत्य जीवन की समस्या से मुक्ति पाने के लिए इस दिन व्रत रखा जाता है, साथ ही भगवान विष्णु की विधिवत पूजा की जाती है.
शादी-विवाह में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए गुरुवार के दिन बृहस्पति देव की पूजा की जाती है. मान्यता है कि उनकी कृपा से विवाह में आ रही अड़चने दूर हो जाती हैं. साथ ही मांगलिक कार्य निर्विघ्न संपन्न होते हैं.
माना जाता है कि गुरू ग्रह के कमजोर होने से जीवन में समस्याएं आती हैं. जिसे दूर करने के लिए गुरुवार को पीले वस्त्र, पीतल, पीले चावल और केले का दान किया जाता है. इसके अलावा जिनकी कुंडली का गुरू ग्रह कमजोर होता है, उन्हें हल्दी की गांठ पीले वस्त्र में बांधकर पहनने के लिए कहा जाता है.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक गुरुवार को बृहस्पति देव के बीज मंत्र का जाप करने से कार्यों में सफलता मिलती है. माना जाता है कि इसके गुरू ग्रह भी मजबूत होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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