अमरनाथ यात्रा 2018: इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं
जम्मू: जम्मू-कश्मीर में गुरुवार यानी 28 जून शुरू हो रही वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए इलेक्ट्रोमेगनेटिक चिप, बाइक, बुलेटप्रूफ एसयूवी से लैस पुलिस काफिले और जगह-जगह बुलेटप्रूफ बंकर जैसे व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. आपको बता दें कि दक्षिण कश्मीर स्थित हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर बसी अमरनाथ गुफा में हिम शिवलिंग के दर्शन के लिए अब तक दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इस बीच अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज सुबह 5 बजे जम्मू से रवाना हो गया है.
कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू से रवाना
यात्रा मार्ग जम्मू से वाया पहलगाम और बालटाल पर सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के 40 हजार से ज्यादा सशस्त्र जवानों को बंख्तरबंद गाड़ियों के साथ तैनात किया गया है. इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का भी इस बार काफी इस्तेमाल किया जा रहा है.
यात्रा मार्ग पर आतंकवादी किसी तरह की गड़बड़ी न कर पाएं, इसके लिए सेना की टुकड़ियों को भी तैनात किया गया है. अगर आतंकवादी कहीं हमला करने की कोशिश भी करते हैं तो उस दिशा में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तत्काल वहां भेजा जा सके, इसके लिए भी इंतजाम किए गए हैं.
एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारीके मुताबिक, 'तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले और यात्रा का हिस्सा रहे हर वाहन में आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन) टैग लगाए गए हैं जिन पर यहां बनाए गए एक कंट्रोल रूम से निगरानी की जाएगी.'
उन्होंने कहा , 'सुरक्षा बलों को यात्रा मार्ग को सुरक्षित बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही उन्हें कहा गया है कि तीर्थयात्रियों की गाड़ियों को सुरक्षाबलों की बुलेटप्रूफ गाड़ियों के बीच लेकर जाया जाए.'
अधिकारी ने कहा कि सीआरपीएफ की रोड क्लीयरिंग पार्टियां यात्रा मार्ग की निगरानी करती रहेंगी जिससे आईईडी धमाके के खतरे को दूर किया जा सके. अधिकारी ने कहा कि हाल के सालों में यह वार्षिक यात्रा के लिए सुरक्षा के सबसे व्यापक इंतजाम हैं.
यात्रा मार्ग पर सादे कपड़ों में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती और तीर्थ यात्रियों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए आशंका है कि आतंकवादी सुरक्षा बलों के शिविरों को निशाना बना सकते हैं. ऐसे में सभी सुरक्षा शिविरों को अलर्ट पर रखा गया है.
किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में मदद, राहत एवं बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया मोचन बल (एनडीआरएफ) की टुकड़ियों और जम्मू कश्मीर बचाव एवं राहत दस्तों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है.
गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा 26 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी.
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