मेघालय सरकार ने छह महीने के अंतराल के बाद एक अक्टूबर से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला किया है और कोविड-19 महामारी (Covid 19 Pandemic) से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन टायसोंग(Deputy Chief Minister Prestone Tynsong) ने शनिवार को इस बारे में बताया. उन्होंने कहा, कि सरकार ने धार्मिक स्थलों के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया भी बनायी है, श्रद्धालुओं के साथ ही हर किसी को कड़ाई से इसका पालन करना होगा. टायसोंग ने कहा, ‘‘राज्य ने एक अक्टूबर से लोगों के लिए धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला किया है. कोविड-19 महामारी के बीच श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.''
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उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मास्क लगाए बिना किसी को भी धार्मिक स्थलों पर जाने की इजाजत नहीं होगी, हाथों की सफाई करनी होगी और उचित दूरी बनाकर रखनी होगी. '' उन्होंने कहा, कि उपायुक्तों को धार्मिक स्थलों पर गतिविधियों की निगरानी करने और नियमों का कड़ाई से पालन कराने को कहा गया है. राज्य सरकार ने जून में भी धार्मिक स्थलों को खोलने की घोषणा की थी, लेकिन कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बाद इस फैसले को वापस ले लिया गया था. इससे पहले मुख्य सचिव एम एस राव ने एक परामर्श जारी कर 65 साल से अधिक उम्र के लोगों, 10 साल से छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को घर पर रहने को कहा था.
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