Famous Ganesha Temples: भगवान गणेश के 5 प्रसिद्ध मंदिर, माना जाता है यहां दर्शन करने से पूरी होती है भक्तों की मुराद!

Famous Ganesha Temples: माता पार्वती (Maa Parvati) और भगवान शिव (Lord Shiva) के पुत्र गणेश (Ganesha) की पूजा से भक्तों की मुराद पूरी होती है. भारत में भगवान गणेश के कुछ मंदिर (Ganesha Temples in India) ऐसे हैं जहां दर्शन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं, ऐसी मान्यता है.

Famous Ganesha Temples: भगवान गणेश के 5 प्रसिद्ध मंदिर, माना जाता है यहां दर्शन करने से पूरी होती है भक्तों की मुराद!

Famous Ganesha Temples: भगवान गणेश के 5 प्रसिद्ध मंदिर

खास बातें

  • राजस्थान के रणथंबौर में भगवान गणेश की त्रिनेत्र मूर्ति है.
  • श्रीमंत दग्दूसेठ हलवाई मंदिर महाराष्ट्र का दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर है.
  • भगवान गणेश के दर्शन के लिए देश-विदेश से आते हैं लोग.

Famous Ganesha Temples: बुधवार भगवान गणेश (Lord Ganesha) को समर्पित माना गया है. भगवान गणेश (Lord Ganesha) को विघ्नहर्ता, मंगलमूर्ति, गणपति, एकदंत, गजानन आदि नामों के भी पुकारा जाता है. मान्यता है कि माता पार्वती (Maa Parvati) और भगवान शिव (Lord Shiva) के पुत्र गणेश (Ganesha) की पूजा से भक्तों की मुराद पूरी होती है. भारत में भगवान गणेश के कुछ मंदिर (Ganesha Temples in India) ऐसे हैं जहां दर्शन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. आइए जानते हैं भगवान गणेश के 5 प्रसिद्ध मंदिरों (5 Famous Temples of Lord Ganesha) के बारे में. 

सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई । Siddhivinayak Ganapati Mandir

भगवान गणेश को समर्पित प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में स्थित है. यह मंदिर मुंबई के सबसे प्रसिद्धि मंदिरों में से एक है. यहां गणपति के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं. इस मंदिर का निर्माण 1801 में करवाया गया था. 

उच्ची पिल्लयार कोइल मंदिर, तमिलनाडु । Uchi Pillaiyar Temple

यह प्रसिद्ध गणेश मंदिर तमिलनाडु राज्य के तिरुचिरापल्ली में स्थित है. इस गणेश मंदिर की सबसे खास बात है कि ये 272 फीट ऊंचे पहाड़ पर स्थित है. पैराणिक मान्यता है कि इस स्थान पर भगवान गणेश ने रंगनाथ की मूर्ति स्थिपित की थी. एक अन्य मान्यता के मुताबिक रावण के वध के बाद श्रीराम ने विभीषण को भगवान रंगनाथ की मूर्ति भेंट की थी. मूर्ति भेंट करते हुए श्रीराम ने विभीषण से कहा था कि इस बात का विशेष ध्यान रखना कि इसे जहां रखोगे ये वहीं स्थापित हो जाएगी. कहा जाता है कि विभीषण उस मूर्ति को लंका ले जाने लगे. रास्ते में उनकी इच्छा कावेरी नदी में स्नान करने की हुई, लेकिन वे उस मूर्ति को नीचे नहीं रखना चाहते थे. कहा जाता है कि तभी भगवान गणेश चरवाहे का रूप धारण कर विभीषण से कहा कि जब तक वो स्नान करेगा तब तक वे उस मूर्ति को अपने पास रखेंगे. लेकिन कुछ ही देर बाद भगवान गणेश ने उस मूर्ति को वहीं जमीन पर रख दिया. 

कनिपकम विनायक मंदिर, चित्तूर । Vinayaka Temple, Kanipakam

यह गणेश मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के कनिपकम में स्थित है. कहा जाता कि इस मंदिर का निर्माण कुलोथुंग चोला ने करवाया था. बाद में 14वीं शताब्दी की शरुआत में विजय नगर साम्राज्य के शासकों ने इस विनायक मंदिर का विस्तार करवाया. इस मंदिर में भगवान गणेश की पूजा के लिए लाखों श्रद्धालु पधारते हैं. 

रणथंबौर गणेश मंदिर, राजस्थान । Trinetra Ganesh Temple, Ranthambore

यह गणेश मंदिर देश के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जो कि राजस्थान के रणथंबौर में स्थित है. इस मंदिर में भक्त गणेश के त्रिनेत्र स्वरूप के दर्शन के लिए आते हैं. प्रत्येक साल गणेश चतुर्थी के दिन इस मंदिर के पास भव्य मेला लगता है. 

श्रीमंत दग्दूसेठ हलवाई मंदिर, पुणे । Shreemant Dagdusheth Halwai Ganpati Mandir

यह गणेश मंदिर महाराष्ट्र का दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर है जो को पुणे में स्थित है. भगवान गणेश का यह मंदिर वास्तु कला के लिए प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि पुणे के दग्दूसेठ हलवाई के बेटे की प्लेग से मौत हो गई थी. जिसके बाद सेठ ने इस मंदिर को 1893 में बनवाया था. इस मंदिर में भगवान गणेश के दर्शन के लिए में देश-विदेश से लोग आते हैं.

सिटी सेंटर: हनुमान मंदिर के सेवादार यूसुफ पेश कर रहे भाईचारे की मिसाल 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)