Amarnath Yatra 2022: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कठुआ जिले में आगामी अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के लिए 8,000 लोगों के ठहरने लायक 20 विश्राम स्थल बनाए गए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. लखनपुर में तीर्थयात्रा के लिए सुविधाओं का निरीक्षण कर रहे अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) आर के गोयल को जानकारी देते हुए कठुआ (Kathua) के उपायुक्त राहुल पांडे ने कहा कि इन स्थलों में लंगर (सामुदायिक रसोई) की सुविधा होगी और ये यात्रियों के ठहरने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. अमरनाथ मंदिर के लिए 43 दिन लंबी यात्रा 30 जून को दो मार्गों-दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर छोटे बालटाल मार्ग से शुरू होने वाली है.
30 जून से 11 अगस्त तक चलेगी यात्रा
बता दें कि इस बार की अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होने वाली है. जो कि 11 अगस्त तक चलेगी. इस बार यात्रा में तकरीबन 10 लाख श्रद्धालुओं के भाग लेने का अनुमान है. यात्रा कश्मीर के दो मार्गों के जरिए पूरी की जा सकती है. जिनमें से एक दक्षिण कश्मीर के पहलगाम रूट है, जो कि 48 किलोमीटर लंबा है. जबकि दूसरा मार्ग बालटाल वाला है. यह मार्ग 14 किलोमीटर लंबा है. इस रूट से एक दिन में ही दर्शन करके वापस लौटा जा सकता है.
यात्रा में लेकर चलना होगा आधार कार्ड
अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) करने के इच्छुक यात्रियों को अपना आधार कार्ड लेकर यात्रा करनी होगी. इसके बिना यात्रा करने पर उन्हें वापस लौटाया जा सकता है. खबरों के मुताबिक इस बार यात्रियों के वेष में आतंकियों के हमले का खतरा है. इसलिए अमरनाथ यात्रा के लिए आधार कार्य अनिवार्य किया गया है. ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा में किसी प्रकार की त्रुटि ना हो.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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