दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
क्या दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार किसानों को इस बार भी मुआवजा देगी? सोमवार को सीएम केजरीवाल के एक ट्वीट ने किसानों को उम्मीद बांधने की वजह दे दी। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि डिविज़नल कमिश्नर को दिल्ली में बेमौसम बारिश से हुए फसल नुकसान का आकलन करने के लिए कहा गया है।
जब नरेला के विधायक और राजस्व विभाग के संसदीय सचिव शरद चौहान से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि किसानों को नुकसान तो हुआ है और अभी नुकसान का आकलन चल रहा है। किसानों को जिस तरह हमने पिछली बार मुआवज़ा दिया था, इस बार भी उनके लिए कुछ ना कुछ जरूर करेंगे।
बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा समेत दिल्ली में भी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। उत्तर पश्चिमी दिल्ली के खेड़ा खुर्द गांव के किसानों के मुताबिक इस बार गेहूं की फसल को पिछली बार बार से भी ज्यादा नुकसान हुआ है, लिहाज़ा केजरीवाल सरकार पिछली बार से ज्यादा मुआवजा दे।
खेड़ा खुर्द गांव के किसान सुंदर ने 3 एकड़ जमीन किराये पर लेकर गेहूं लगाया था, लेकिन सब बर्बाद हो गया। सुंदर का कहना है कि करीब 80 फीसदी फसल खराब हो गई है। उनका 8 लोगों का परिवार मुख्य रूप से खेती पर निर्भर है, लेकिन फसल खराब होने से कई चुनौतियां सामने खड़ी है।
दो एकड़ में गेहूं की खेती करने वाले किसान चांद राम ने बताया कि उनका नुकसान पिछली बार से ज्यादा है, इसलिए केजरीवाल सरकार ने जहां पिछले साल 14,000 रुपये एकड़ का मुआवज़ा दिया था, वहीं इस साल मुआवजा कम से कम 20,000 तो होना ही चाहिए। खेड़ा खुर्द के ही किसान रामपत के मुताबिक़ इस बार फसल इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि खुद के खाने के लिए तो दूर जानवरों के लिए भी कुछ नहीं बचेगा।
वैसे दिल्ली में बहुत ज्यादा खेती नहीं होती, लेकिन पिछले साल सीएम केजरीवाल ने पहली बार 20,000 रुपये एकड़ का मुआवजा देकर दिल्ली में किसानों को मुआवजा देने की परंपरा शुरू की थी और न्यूनतम 14,000 रुपये एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया था। इसलिए अब नजरें केजरीवाल के ऐलान पर हैं।
जब नरेला के विधायक और राजस्व विभाग के संसदीय सचिव शरद चौहान से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि किसानों को नुकसान तो हुआ है और अभी नुकसान का आकलन चल रहा है। किसानों को जिस तरह हमने पिछली बार मुआवज़ा दिया था, इस बार भी उनके लिए कुछ ना कुछ जरूर करेंगे।
बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा समेत दिल्ली में भी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। उत्तर पश्चिमी दिल्ली के खेड़ा खुर्द गांव के किसानों के मुताबिक इस बार गेहूं की फसल को पिछली बार बार से भी ज्यादा नुकसान हुआ है, लिहाज़ा केजरीवाल सरकार पिछली बार से ज्यादा मुआवजा दे।
खेड़ा खुर्द गांव के किसान सुंदर ने 3 एकड़ जमीन किराये पर लेकर गेहूं लगाया था, लेकिन सब बर्बाद हो गया। सुंदर का कहना है कि करीब 80 फीसदी फसल खराब हो गई है। उनका 8 लोगों का परिवार मुख्य रूप से खेती पर निर्भर है, लेकिन फसल खराब होने से कई चुनौतियां सामने खड़ी है।
दो एकड़ में गेहूं की खेती करने वाले किसान चांद राम ने बताया कि उनका नुकसान पिछली बार से ज्यादा है, इसलिए केजरीवाल सरकार ने जहां पिछले साल 14,000 रुपये एकड़ का मुआवज़ा दिया था, वहीं इस साल मुआवजा कम से कम 20,000 तो होना ही चाहिए। खेड़ा खुर्द के ही किसान रामपत के मुताबिक़ इस बार फसल इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि खुद के खाने के लिए तो दूर जानवरों के लिए भी कुछ नहीं बचेगा।
वैसे दिल्ली में बहुत ज्यादा खेती नहीं होती, लेकिन पिछले साल सीएम केजरीवाल ने पहली बार 20,000 रुपये एकड़ का मुआवजा देकर दिल्ली में किसानों को मुआवजा देने की परंपरा शुरू की थी और न्यूनतम 14,000 रुपये एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया था। इसलिए अब नजरें केजरीवाल के ऐलान पर हैं।
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