सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड वारदात।
नई दिल्ली:
दिल्ली में कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा का क्या हाल है.. बदमाश कैसे उन्हें निशाना बना रहे हैं ..इसका ताजा उदाहरण सामने आया है. दफ्तर से लौट रही एक युवती को उसके घर के सामने ही तीन बदमाशों ने चारों तरफ से घेरा, उसकी चेन छीनने की कोशिश की और फिर उसे पटकनी दे दी. पूर्वी दिल्ली के समसपुर जागीर इलाके में मंगलवार को रात करीब पौने 9 बजे यह वारदात हुई.
घटना के बाद से बुरी तरह डरी हुई है लड़की
30 साल की बबीता (बदला हुआ नाम) आगरा से एमबीए कर रही है और नोएडा की एक कंपनी में काम करती है. बबिता के मुताबिक "रात में मैं जब अपने दफ्तर से वापस लौटी और अपने घर के लगभग सामने पहुंची तभी पीछे से पहले एक लड़के ने मेरा गला दबाने की कोशिश की..जब मैं छटपटाई तो पीछे से दो और लड़कों ने आकर मुझे दबोच लिया. इससे पहले कि मैं संभल पाती तीनों लड़कों ने मुझे नीचे पटक दिया. मेरा गला इतनी जोर से दबाया गया कि मुझे लगा कि मैं अब नहीं बचूंगी. इसके बाद पड़ोसियों ने मेरी मदद की. मुझे इस वारदात ने अंदर से झकझोर दिया है. कल से न तो मैं कुछ खा पा रही हूं और न ही ठीक से पानी पी पा रही हूं." यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है.
रास्ता बंद होने से नहीं भाग सके बदमाश
मूल रूप से झारखंड की रहने वाली बबिता दिल्ली में अपनी दोस्त के साथ रहती है. उसका कहना है कि उसने सुना था कि दिल्ली महिलाओं के लिए असुरक्षित है, अब समझ भी लिया. सरेआम गुंडागर्दी और लूट करने वाले इन तीनों बदमाशों की किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया. आगे रास्ता बंद होने की वजह से बदमाश भाग नहीं पाए और लोगों ने दो आरोपियों को पकड़ लिया. पड़ोसी मुकेश चौहान के मुताबिक ''मैं अपनी बाइक से आ रहा था. अचानक मैंने पकड़ो-पकड़ो की आवाज सुनी. मैं बाइक छोड़कर तेज भागा और दो बदमाशों को पकड़ लिया.''
तीसरे आरोपी को पुलिस ने पकड़ा
लोगों ने बदमाशों को तो पकड़कर एक कमरे में बंद कर लिया लेकिन जब पुलिस को फोन किया तो वह एक घंटे बाद पहुंची. यहां रहने वाले धर्मेंद्र चौहान के मुताबिक एक घंटे बाद पुलिस बदमाशों को अपने साथ ले गई. बाद में पुलिस ने दो आरोपियों से पूछताछ कर तीसरे को भी पकड़ लिया. दिल्ली में हर साल छीनाझपटी की 5000 से ज्यादा घटनाएं होती हैं जो बताती हैं कि महिलाओं की सुरक्षा यहां रामभरोसे है.
घटना के बाद से बुरी तरह डरी हुई है लड़की
30 साल की बबीता (बदला हुआ नाम) आगरा से एमबीए कर रही है और नोएडा की एक कंपनी में काम करती है. बबिता के मुताबिक "रात में मैं जब अपने दफ्तर से वापस लौटी और अपने घर के लगभग सामने पहुंची तभी पीछे से पहले एक लड़के ने मेरा गला दबाने की कोशिश की..जब मैं छटपटाई तो पीछे से दो और लड़कों ने आकर मुझे दबोच लिया. इससे पहले कि मैं संभल पाती तीनों लड़कों ने मुझे नीचे पटक दिया. मेरा गला इतनी जोर से दबाया गया कि मुझे लगा कि मैं अब नहीं बचूंगी. इसके बाद पड़ोसियों ने मेरी मदद की. मुझे इस वारदात ने अंदर से झकझोर दिया है. कल से न तो मैं कुछ खा पा रही हूं और न ही ठीक से पानी पी पा रही हूं." यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है.
रास्ता बंद होने से नहीं भाग सके बदमाश
मूल रूप से झारखंड की रहने वाली बबिता दिल्ली में अपनी दोस्त के साथ रहती है. उसका कहना है कि उसने सुना था कि दिल्ली महिलाओं के लिए असुरक्षित है, अब समझ भी लिया. सरेआम गुंडागर्दी और लूट करने वाले इन तीनों बदमाशों की किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया. आगे रास्ता बंद होने की वजह से बदमाश भाग नहीं पाए और लोगों ने दो आरोपियों को पकड़ लिया. पड़ोसी मुकेश चौहान के मुताबिक ''मैं अपनी बाइक से आ रहा था. अचानक मैंने पकड़ो-पकड़ो की आवाज सुनी. मैं बाइक छोड़कर तेज भागा और दो बदमाशों को पकड़ लिया.''
तीसरे आरोपी को पुलिस ने पकड़ा
लोगों ने बदमाशों को तो पकड़कर एक कमरे में बंद कर लिया लेकिन जब पुलिस को फोन किया तो वह एक घंटे बाद पहुंची. यहां रहने वाले धर्मेंद्र चौहान के मुताबिक एक घंटे बाद पुलिस बदमाशों को अपने साथ ले गई. बाद में पुलिस ने दो आरोपियों से पूछताछ कर तीसरे को भी पकड़ लिया. दिल्ली में हर साल छीनाझपटी की 5000 से ज्यादा घटनाएं होती हैं जो बताती हैं कि महिलाओं की सुरक्षा यहां रामभरोसे है.
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