विज्ञापन
This Article is From Nov 16, 2018

NDTV की खबर पर मुहर: भुखमरी से ही हुई थी तीन मासूम बच्चियों की मौत, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

राजधानी दिल्ली के मंडावली में जुलाई महीने में तीन मासूम बच्चियों की भुखमरी के कारण मौत हो गई थी. एनडीटीवी की इस खबर पर अब मुहर लग गई है.

NDTV की खबर पर मुहर: भुखमरी से ही हुई थी तीन मासूम बच्चियों की मौत, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
पिता मंगल सिंह के साथ बच्चियों की तस्वीर
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मंडावली में जुलाई महीने में तीन मासूम बच्चियों की भुखमरी के कारण मौत हो गई थी. एनडीटीवी की इस खबर पर अब मुहर लग गई है. तीनों ही बच्चियां सगी बहनें थीं और उन्हें कई दिनों से खाना नहीं मिला था. तीनों बहनों की विसरा रिपोर्ट आयी है, जिनके शरीर मे कोई ज़हर नहीं मिला. तीनों बहनों के 2 पोस्टमॉर्टम भी हुए थे. पहला लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में जबकि दूसरा जीटीबी में हुआ था. विवाद के बाद दूसरा पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों के पैनल ने किया था जिसमें प्रिजर्व किया गया था. यह एक ऐसी दर्दनाक घटना है जिसके बारे में सुनकर हर किसी का सर शर्म से झुक जाए.

वरुण धवन ने जिम में की क्रेजी एक्सरसाइज, फैन्स से बोले- घर पर ट्राइ मत करना... देखें Video

बता दें, इन तीन-तीन बेटियों की दर्दनाक मौत की घटना झकझोर देने वाली थी. आठ साल की मानसी, चार साल की शिखा और दो साल की पारुल का शव मंडावली में एक कमरे से बरामद हुआ. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि तीनों की मौत 25 जुलाई को तड़के हुई और मौत की वजह कुपोषण. बच्चियों के शव के पोस्टमार्टम में खाने का एक भी अंश नहीं मिला. डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें सात-आठ दिन से खाना नहीं मिला था.

90d8r3fc
बच्चियों की मां वीणा

इन बच्चियों की मां वीणा की हालत मानसिक रूप से ठीक नहीं है. उसके मुताबिक बच्चियों को कई दिन से उल्टियां आ रही थीं इसलिए खाना नहीं दिया. वीणा ने बताया कि उन्होंने (बच्चियों) कई दिन से खाना नहीं खाया था. उनको उल्टी और खांसी हो रही थी. बच्चियों के पिता मंगल सिंह बचपन में दिल्ली के होटलों में बर्तन धोते थे, फिर मजदूरी करने लगे. वे कुछ सालों से रिक्शा चला रहे थे. उनके दोस्त नारायण यादव के मुताबिक कुछ दिन पहले उनका रिक्शा चोरी हो गया तो उनके मकान मालिक ने उन्हें घर से निकाल दिया, क्योंकि रिक्शा उसी का था. बीते शनिवार को नारायण ने अपने एक कमरे के घर में मंगल सिंह के परिवार को भी रख लिया.

'बधाई हो' देख खुशी से रोने लगे अमिताभ बच्चन, नीना गुप्ता को खत लिखकर भेजा

नारायण यादव ने बताया कि जब मंगल को घर से निकाल दिया तो बारिश हो रही थी. बारिश में बच्चे कीचड़ में पड़े होंगे तो हर किसी को दया आ जाती है, फिर ये तो मेरा दोस्त था, इसलिए मैं बच्चों को अपने घर ले आया. अपने परिवार को नारायण के यहां छोड़कर मंगल नए काम की तलाश में निकल गए और अब तक उनका पता नहीं है. इसी बीच तीनों बेटियों की मौत हो गई. पड़ोसियों के मुताबिक उन्हें अगर पता होता कि बच्चियों को खाना नहीं मिल रहा है तो वे जरूर खिलाते, लेकिन यह परिवार दो दिन पहले ही यहां आया था, इसलिए उन्हें परिवार के बारे में ज्यादा नहीं पता है.

86cbl4dg
दिल्ली के मंडावली में स्थित वह कमरा जिसमें बच्चियां भूख के कारण मर गईं

इस मामले में दिल्ली सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए थे. यह जानकारी दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके दी थी.
 
इस घटना को लेकर कई सामाजिक संगठन सरकार से बेहद नाराज दिखे. 'बचपन बचाओ आंदोलन' के निदेशक प्रोग्राम राकेश सेंगर ने कहा था कि ''यह घटना शर्मसार करने वाली है. संसद से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ऐसा हुआ. सरकार को शर्म आनी चाहिए. हर जिले में चाइल्ड प्रोटेक्शन कमेटी होती है जो बच्चों की पढ़ाई, पोषण और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखती है. वो क्या कर रही है? यह घटना बेहद शर्मनाक है.''

...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Previous Article
दिल्ली : तिलक नगर के घर में मिला जिम ट्रेनर और उनकी दोस्त का शव, जांच जारी
NDTV की खबर पर मुहर: भुखमरी से ही हुई थी तीन मासूम बच्चियों की मौत, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
'तलवार, फरसा, डंडा से हमला, SLR और MP-5 गन लूटने की कोशिश; 40 कारतूस छीने': लाल किले की FIR 
Next Article
'तलवार, फरसा, डंडा से हमला, SLR और MP-5 गन लूटने की कोशिश; 40 कारतूस छीने': लाल किले की FIR 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com