प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री और दो मंत्रियों की गैरमौजूदगी के मामले पर बीजेपी ने वॉक आउट किया लेकिन विधानसभा के सचिव प्रसन्ना सूर्यदेवरा की खूब तारीफ हुई. हालांकि सूर्यदेवरा का उप राज्यपाल ने तबादला कर दिया था.
प्रसार भारती ने भी तेवर कड़े करते हुए कहा है कि अगर सूर्यदेवरा ने ज्वाइन नहीं किया तो उनके बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी. लेकिन प्रसार भारती से डेपुटेशन पर आए प्रसन्ना के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने उप राज्यपाल को नसीहत दे डाली. कहा ''टकराव मैंने नहीं खड़ा किया, एलजी ने खड़ा किया है. एलजी की चिट्ठी आने से पूर्व मुझे दिल्ली सरकार के सर्विसेज विभाग से चिट्ठी आ गई थी. मैंने दिल्ली सरकार से प्रसन्ना जी का दो साल का एक्सटेंशन मांगा था. सरकार ने कहा भी कि यह मामला विचाराधीन है.'' विधानसभा का सेक्रेटरी कौन होगा संवैधानिक तरीके से किसी को हस्तक्षेप करने की अनुमति नही होती.
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले प्रसन्ना ने संसदीय सचिव बनाने की जोरदार वकालत एक लेख लिखकर की थी. इसी के बाद दिल्ली सरकार और एलजी के बीच इस अधिकारी के तबादले को लेकर तलवारें खिंच गई हैं. विशेष सत्र में एक अधिकारी खूब विशेष बना रहा.
प्रसार भारती ने भी तेवर कड़े करते हुए कहा है कि अगर सूर्यदेवरा ने ज्वाइन नहीं किया तो उनके बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी. लेकिन प्रसार भारती से डेपुटेशन पर आए प्रसन्ना के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने उप राज्यपाल को नसीहत दे डाली. कहा ''टकराव मैंने नहीं खड़ा किया, एलजी ने खड़ा किया है. एलजी की चिट्ठी आने से पूर्व मुझे दिल्ली सरकार के सर्विसेज विभाग से चिट्ठी आ गई थी. मैंने दिल्ली सरकार से प्रसन्ना जी का दो साल का एक्सटेंशन मांगा था. सरकार ने कहा भी कि यह मामला विचाराधीन है.'' विधानसभा का सेक्रेटरी कौन होगा संवैधानिक तरीके से किसी को हस्तक्षेप करने की अनुमति नही होती.
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले प्रसन्ना ने संसदीय सचिव बनाने की जोरदार वकालत एक लेख लिखकर की थी. इसी के बाद दिल्ली सरकार और एलजी के बीच इस अधिकारी के तबादले को लेकर तलवारें खिंच गई हैं. विशेष सत्र में एक अधिकारी खूब विशेष बना रहा.
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