आपाक का शाहीन बाग इलाके में 33 कमरों का साहिल हॉस्टल.
नई दिल्ली:
दिल्ली के जीबी रोड पर छह कोठे चलाने के आरोप में पकड़े गए आफाक हुसैन के पास तीन लाइसेंसी हथियार मिले हैं जिनमें एक पिस्टल, एक राइफल और एक डबल बैरल शामिल है. इसके अलावा उसकी एक ऑडी कार भी बरामद की गई है जिसकी कीमत 90 लाख रुपये है.
क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक आफाक के हथियारों के लाइसेंस जम्मू में बने हैं और बाद में इन्हें ऑल इंडिया के लिए अधिकृत कर दिया गया. अब सवाल यह है कि लाइसेंस हासिल करवाने और ऑल इंडिया अधिकृत करवाने के पीछे कौन है? किसके दम पर हथियारों के यह लाइसेंस हासिल किए गए.
सूत्रों के मुताबिक आफाक हुसैन एमएलए बनने के ख्वाब देख रहा था.आफाक ने यह खुलासा क्राइम ब्रांच की पूछताछ में किया है. एनडीटीवी इंडिया को यह जानकारी पुलिस सूत्रों से मिली है.
पुलिस की पूछताछ में आफाक ने बताया कि वह मुरादाबाद से करीब 40 किलोमीटर दूर उझारी गांव का रहने वाला है. उसका असली नाम आफाक बाकरी है. उसकी मुरादाबाद में भी कुछ संपत्तियां हैं. जब उसने सेक्स रैकेट के जरिए जमकर पैसा कमा लिया और कई शहरों में संपत्तियां बना लीं तो उसे पैसे के साथ पावर हासिल करने का ख्याल आने लगा. इसलिए उसने धीरे-धीरे समाज सेवा करनी शुरू कर दी. कोठे से कमाए गए पैसे को वह गरीबों में और धार्मिक कार्यों में खर्च करने लगा, ताकि लोग उसे नेक इंसान समझें. यही नहीं उसने यूपी के कई बड़े नेताओं से भी नज़दीकियां बढ़ा लीं. उनके साथ वह कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में दिखने लगा. कई धर्मगुरुओं से भी उसकी नज़दीकियां हो गईं. सूत्रों की मानें तो आफाक ने दावा किया कि 2017 के विधानसभा चुनाव में एक राजनीतिक पार्टी से उसका टिकट लगभग पक्का था. हालांकि उस राजनीतिक पार्टी के कई नेताओं ने आफाक के साथ तस्वीरें सामने आने के बाद उससे पल्ला झाड़ लिया है.
पूछताछ में पुलिस को आफाक की कई और संपत्तियों की जानकारी मिली है. आफाक ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि शाहीन बाग इलाके में उसका 33 कमरों का साहिल के नाम से हॉस्टल है जिसे उसने किराए पर उठा रखा है. इस हॉस्टल में 100 से ज्यादा लोग रहते हैं और किराया आता है करीब एक लाख रुपये महीना. हालांकि यहां रहने वाले वासिम ने बताया कि आफाक के बारे में उसे जानकारी नहीं है लेकिन यहां मास्टर जी नाम का एक शख्स किराया वसूलता है जो पिछले एक हफ्ते से गायब है. इस हॉस्टल में बिजली का बिल नासिर हुसैन नाम के एक शख्स के नाम पर आता है जो आफाक का जानकार बताया जा रहा है. हॉस्टल में हमें नासिर भी नहीं मिला.
पुलिस ने आफाक की निशानदेही पर उसकी एक ऑडी क्यू 7 कार भी बरामद कर ली है, जिसकी कीमत करीब 90 लाख रुपये है. इससे पहले आफाक की करीब एक करोड़ कीमत की चार गाड़ियां बरामद की जा चुकी हैं.
पुलिस आफाक के मसलमैन सरफराज उर्फ बिल्ली की भी सरगर्मी से तलाश कर रही है.उसके खिलाफ रेडकार्नर नोटिस भी जारी हो चुका है. बीते हफ्ते पुलिस ने आफाक और पत्नी सायरा समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर यह खुलासा किया था कि आफाक के जीबी रोड में छह कोठे हैं जिनमें करीब 250 लड़कियां हैं. आफाक इन कोठों से हर रोज करीब 10 लाख रुपये कमाता है. उसके पास करीब 100 करोड़ की संपत्ति है. पुलिस का अनुमान है कि पिछले 20 सालों में वह करीब 500 लड़कियों को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल चुका है.
क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक आफाक के हथियारों के लाइसेंस जम्मू में बने हैं और बाद में इन्हें ऑल इंडिया के लिए अधिकृत कर दिया गया. अब सवाल यह है कि लाइसेंस हासिल करवाने और ऑल इंडिया अधिकृत करवाने के पीछे कौन है? किसके दम पर हथियारों के यह लाइसेंस हासिल किए गए.
सूत्रों के मुताबिक आफाक हुसैन एमएलए बनने के ख्वाब देख रहा था.आफाक ने यह खुलासा क्राइम ब्रांच की पूछताछ में किया है. एनडीटीवी इंडिया को यह जानकारी पुलिस सूत्रों से मिली है.
पुलिस की पूछताछ में आफाक ने बताया कि वह मुरादाबाद से करीब 40 किलोमीटर दूर उझारी गांव का रहने वाला है. उसका असली नाम आफाक बाकरी है. उसकी मुरादाबाद में भी कुछ संपत्तियां हैं. जब उसने सेक्स रैकेट के जरिए जमकर पैसा कमा लिया और कई शहरों में संपत्तियां बना लीं तो उसे पैसे के साथ पावर हासिल करने का ख्याल आने लगा. इसलिए उसने धीरे-धीरे समाज सेवा करनी शुरू कर दी. कोठे से कमाए गए पैसे को वह गरीबों में और धार्मिक कार्यों में खर्च करने लगा, ताकि लोग उसे नेक इंसान समझें. यही नहीं उसने यूपी के कई बड़े नेताओं से भी नज़दीकियां बढ़ा लीं. उनके साथ वह कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में दिखने लगा. कई धर्मगुरुओं से भी उसकी नज़दीकियां हो गईं. सूत्रों की मानें तो आफाक ने दावा किया कि 2017 के विधानसभा चुनाव में एक राजनीतिक पार्टी से उसका टिकट लगभग पक्का था. हालांकि उस राजनीतिक पार्टी के कई नेताओं ने आफाक के साथ तस्वीरें सामने आने के बाद उससे पल्ला झाड़ लिया है.
पूछताछ में पुलिस को आफाक की कई और संपत्तियों की जानकारी मिली है. आफाक ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि शाहीन बाग इलाके में उसका 33 कमरों का साहिल के नाम से हॉस्टल है जिसे उसने किराए पर उठा रखा है. इस हॉस्टल में 100 से ज्यादा लोग रहते हैं और किराया आता है करीब एक लाख रुपये महीना. हालांकि यहां रहने वाले वासिम ने बताया कि आफाक के बारे में उसे जानकारी नहीं है लेकिन यहां मास्टर जी नाम का एक शख्स किराया वसूलता है जो पिछले एक हफ्ते से गायब है. इस हॉस्टल में बिजली का बिल नासिर हुसैन नाम के एक शख्स के नाम पर आता है जो आफाक का जानकार बताया जा रहा है. हॉस्टल में हमें नासिर भी नहीं मिला.
पुलिस ने आफाक की निशानदेही पर उसकी एक ऑडी क्यू 7 कार भी बरामद कर ली है, जिसकी कीमत करीब 90 लाख रुपये है. इससे पहले आफाक की करीब एक करोड़ कीमत की चार गाड़ियां बरामद की जा चुकी हैं.
पुलिस आफाक के मसलमैन सरफराज उर्फ बिल्ली की भी सरगर्मी से तलाश कर रही है.उसके खिलाफ रेडकार्नर नोटिस भी जारी हो चुका है. बीते हफ्ते पुलिस ने आफाक और पत्नी सायरा समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर यह खुलासा किया था कि आफाक के जीबी रोड में छह कोठे हैं जिनमें करीब 250 लड़कियां हैं. आफाक इन कोठों से हर रोज करीब 10 लाख रुपये कमाता है. उसके पास करीब 100 करोड़ की संपत्ति है. पुलिस का अनुमान है कि पिछले 20 सालों में वह करीब 500 लड़कियों को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल चुका है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
दिल्ली, जीबी रोड सेक्स रैकेट, आफाक हुसैन, तीन लाइसेंसी हथियार, ऑडी कार, 33 कमरों का हॉस्टल, Delhi, Delhi Police, GB Road Sex Racket, Aafaq Hussain, Three Licensed Weapons, Audi Car, 33 Rooms Hostel, जिस्मफरोशी, कोठे, Sex Racket In Delhi