नई दिल्ली:
भूपिंदर जुत्सी का कार्यकाल 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया। यह निर्णय एक्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में लिया गया। रजिस्ट्रार जुत्सी का कार्यकाल आज (सोमवार) खत्म हो रहा था।
जेएनयू छात्रसंघ और शिक्षक एसोसिएशन कार्यकाल बढ़ाने के विरोध में था। दरअसल, जुत्सी ने ही पुलिस को कैंपस में आने की अनुमति दी थी, जिसके बाद छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी 12 फरवरी को कैंपस से मुमकिन हुआ था।
इन लोगों का रजिस्ट्रार से विरोध इस बात को लेकर भी था कि 9 फरवरी की घटना के बाद जांच के लिए पहले जो हाई लेवल इन्क्वारी कमेटी गठित हुई थी, उसमें तीन सदस्य रखने का दबाव जुत्सी का ही था। बाद में शिक्षकों और छात्रों के दबाव और लगातार उठती मांग के बाद इस कमेटी में दो और नए सदस्यों को शामिल किया गया, जिसकी रिपोर्ट 3 मार्च को आनी है।
जेएनयू छात्रसंघ की उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने रजिस्ट्रार के कार्यकाल बढ़ाने के फैहले की निंदा की है। कहा कि यही वो शख्स है, जिसने जेएनयू के इतिहास में पहली बार पुलिस को आने की अनुमति दी जिस पर वीसी ने बाद में रोक लगाई।
जेएनयू छात्रसंघ और शिक्षक एसोसिएशन कार्यकाल बढ़ाने के विरोध में था। दरअसल, जुत्सी ने ही पुलिस को कैंपस में आने की अनुमति दी थी, जिसके बाद छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी 12 फरवरी को कैंपस से मुमकिन हुआ था।
इन लोगों का रजिस्ट्रार से विरोध इस बात को लेकर भी था कि 9 फरवरी की घटना के बाद जांच के लिए पहले जो हाई लेवल इन्क्वारी कमेटी गठित हुई थी, उसमें तीन सदस्य रखने का दबाव जुत्सी का ही था। बाद में शिक्षकों और छात्रों के दबाव और लगातार उठती मांग के बाद इस कमेटी में दो और नए सदस्यों को शामिल किया गया, जिसकी रिपोर्ट 3 मार्च को आनी है।
जेएनयू छात्रसंघ की उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने रजिस्ट्रार के कार्यकाल बढ़ाने के फैहले की निंदा की है। कहा कि यही वो शख्स है, जिसने जेएनयू के इतिहास में पहली बार पुलिस को आने की अनुमति दी जिस पर वीसी ने बाद में रोक लगाई।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं