
जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा पर जामिया विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने अपना पक्ष रखा है. संघ ने एक प्रेस कांन्फ्रेंस कर कहा कि हम (शिक्षक संघ) विश्वविद्यालय में पुलिस के हमले की निंदा करते हैं. साथ ही शिक्षक संघ CAA और NRC को भी नकारता है, क्योंकि ये समानता, और अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ है. जामिया विश्वविद्यालय वसुधैव कुटुंबकम को मानने वाली विचारधारा का है. हम शांतिपूर्ण तरीके से होने वाले प्रदर्शन को समर्थन देते रहेंगे और छात्रों से अपील कर रहे हैं कि बाहरी और अराजक तत्वों को जामिया विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल न होने दें.
जामिया विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने कहा कि हम अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई चाहते है. उन पुलिसवालों के खिलाफ भी, जिन्होंने निर्दोष छात्रों को पिटाई की है. छात्रों के खिलाफ दर्ज किए गए मामले वापस लिए जाएं. साथ ही विश्वविद्यालय की प्रापर्टी को दो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जाए. विश्वविद्यालय और छात्रों के हित के लिए हम काम करते रहेंगे. आपको बता दें कि दो दिन पहले ही जामिया की कुलपति (VC) नजमा अख्तर (Nazma Akhtar) भी मीडिया के सामने आईं थीं और दिल्ली पुलिस पर कई संगीन आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा, 'यूनिवर्सिटी में संपत्ति को बहुत नुकसान पहुंचा है, उसकी भरपाई किस तरह होगी. इसके अलावा भावनात्मक नुकसान भी हुआ है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं