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This Article is From Nov 20, 2019

बाजार में अब नकली जीरा, पुलिस ने छापा मारकर 5 लोगों को किया गिरफ्तार

पुलिस ने साढ़े 19 हज़ार किलो नकली जीरा बरामद किया है, जो घास, पत्थर के बुरादे और शक्कर के शीरे से तैयार हो रहा था. 

बाजार में अब नकली जीरा, पुलिस ने छापा मारकर 5 लोगों को किया गिरफ्तार
दिल्ली के बाजारों में बिकता नकली जीरा
नई दिल्ली:

जीरा जिसकी तासीर तो गर्म होती है, लेकिन स्वास्थ्य के हिसाब से इसके अपने कई फायदे भी हैं. सब्जी, दाल, रायते में तड़के से लेकर कई देशी दवाइयों में इसका इस्तेमाल होता है, लेकिन क्या आपको पता है बाजार में नकली जीरा आ रहा है. यह नकली जीरा सेहत के हिसाब से जानलेवा है. बता दें, दिल्ली पुलिस ने बवाना इलाके में एक ऐसी ही फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है जहां नकली जीरा बन रहा था. पुलिस ने साढ़े 19 हज़ार किलो नकली जीरा बरामद किया है, जो घास, पत्थर के बुरादे और शक्कर के शीरे से तैयार हो रहा था. 

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बाहरी उत्तरी दिल्ली के डीसीपी गौरव शर्मा के मुताबिक उनकी टीम को जानकारी मिली कि बवाना के पूठ खुर्द गांव में एक फैक्ट्री में नकली जीरा बनाया जा रहा है. पुलिस ने जब FSO और FSSI की टीम के साथ फैक्ट्री में छापेमारी की तो कुल 5 लोग गिरफ्तार हुए जिनमें फैक्टरी मालिक हरिनंदन और 4 मजदूर शामिल हैं. फैक्ट्री में कुल 19400 किलो नकली जीरा, 5250 किलो पत्थर का बुरादा, 1600 किलो घास और 1225 किलो जीरा बरामद हुआ.

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कैसे बनता था नकली जीरा

आरोपी हरिनंदन ने बताया कि वो शाहजहांपुर के जलालाबाद गांव का रहने वाला है. नकली जीरा बनाने का काम उसने अपने गांव में से ही सीखा. उसने इसी साल अगस्त के महीने में बवाना में एक गोदाम काम किराए पर लिया और फिर नकली जीरा बनाने का काम शुरू कर दिया. नकली जीरा बनाने के लिए कच्चा माल वो राजस्थान से मांगता था. उसने बताया कि पहले खास तरह की खास को शीरे में मिलाते हैं फिर पत्थर का बुरादा मिलाते हैं और नकली जीरा तैयार हो जाता है.

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20 रुपये किलो का जहरीला जीरा 400 रुपये किलो में

पुलिस के मुताबिक ये जहरीला जीरा 20 रुपये किलो में व्यापारियों को दिया जाता है. व्यापारी इस नकली जीरे को असली जीरे में मिला कर बेचते हैं. मिलावट ऐसी की जाती है कि 20 प्रतिशत नकली और 80 प्रतिशत असली जीरा हो. जिससे खाने में लोगों को पता न चल सके. बाजार में असली जीरे की कीमत करीब 400 रुपये किलो है. फैक्ट्री में मजदूरों को 1 किलो जीरा बनाने पर 2 रुपये मिलते थे. इस जीरे की सप्लाई उत्तर प्रदेश और राजस्थान में की जा रही थी. डॉक्टरों के मुताबिक इस जहरीले जीरे से किडनी और लिवर से जुड़ी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जो जानलेवा हैं.

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