प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली में 1 जनवरी से लागू होने वाले ऑड-ईवन फॉर्मूले से दो पहिया वाहनों को फिलहाल राहत मिली है, लेकिन कुछ दिनों के बाद ये राहत खत्म हो सकती है। एनडीटीवी के एक कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के नेता आदर्श शास्त्री ने इस बात के संकेत दिए। शास्त्री ने कहा कि एक हफ्ते में जब सड़कों पर और बसें आ जाएंगी तब बाइकों पर भी यह फ़ॉर्मूला लागू किया जा सकता है।
दिल्ली सरकार ने पूरे किए इंतजाम
वहीं ऑड-ईवन फॉर्मूले के लिए तैयारियां अपने आखिरी पड़ाव पर हैं। 30 दिसंबर को दिल्ली सरकार एक ड्राइ रन करने वाली है। इस दौरान सरकार सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक सभी कायदे कानूनों को अमल में लाने के लिए इंतजामों को परखेगी। दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि ऑड-ईवन फॉर्मूले से यात्रियों को दिक्कत न हो। इसके लिए दिल्ली एनसीआर में 1 जनवरी से तीन हजार अतिरिक्त बसों को चलाया जाएगा। यही नहीं इस दौरान मेट्रो भी अतिरिक्त फेरे लगाएगी। इसके साथ ही मेट्रो स्टेशनों पर सीआईएसएफ़ के अतिरिक्त जवानों को भी तैनात किया जाएगा ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो।
सोशल नेटवर्किंग साइट्स का लिया सहारा
यात्रियों को दिक्कत न हो इसके लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स का भी सहारा लिया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने ट्विटर के साथ समझौता किया है और इस दौरान लोग ट्विटर के ज़रिये बसों के रूट, मेट्रो, ऑटो रिक्शा के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
स्कूल एसोसिएशन बस देने को तैयार नहीं
ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू होने पर बस तीन दिन बाकी हैं, लेकिन कुछ बातों को लेकर अब भी पेच फंसा हुआ है, जैसे दिल्ली सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट के तौर पर चलाने के लिए स्कूलों से बसें मांगी हैं, लेकिन स्कूल एसोसिएशन बसें देने को तैयार नहीं है।
दिल्ली सरकार ने पूरे किए इंतजाम
वहीं ऑड-ईवन फॉर्मूले के लिए तैयारियां अपने आखिरी पड़ाव पर हैं। 30 दिसंबर को दिल्ली सरकार एक ड्राइ रन करने वाली है। इस दौरान सरकार सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक सभी कायदे कानूनों को अमल में लाने के लिए इंतजामों को परखेगी। दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि ऑड-ईवन फॉर्मूले से यात्रियों को दिक्कत न हो। इसके लिए दिल्ली एनसीआर में 1 जनवरी से तीन हजार अतिरिक्त बसों को चलाया जाएगा। यही नहीं इस दौरान मेट्रो भी अतिरिक्त फेरे लगाएगी। इसके साथ ही मेट्रो स्टेशनों पर सीआईएसएफ़ के अतिरिक्त जवानों को भी तैनात किया जाएगा ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो।
सोशल नेटवर्किंग साइट्स का लिया सहारा
यात्रियों को दिक्कत न हो इसके लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स का भी सहारा लिया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने ट्विटर के साथ समझौता किया है और इस दौरान लोग ट्विटर के ज़रिये बसों के रूट, मेट्रो, ऑटो रिक्शा के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
स्कूल एसोसिएशन बस देने को तैयार नहीं
ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू होने पर बस तीन दिन बाकी हैं, लेकिन कुछ बातों को लेकर अब भी पेच फंसा हुआ है, जैसे दिल्ली सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट के तौर पर चलाने के लिए स्कूलों से बसें मांगी हैं, लेकिन स्कूल एसोसिएशन बसें देने को तैयार नहीं है।
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