- लाल किले के सामने शाम छह बजकर बयालिस मिनट पर आई बीस कार में जोरदार धमाका हुआ, पुलिस दस मिनट में पहुंची
- धमाका स्थल से एनएसजी, एनआईए, हरियाणा पुलिस और यूपी एटीएस की टीम ने फॉरेसिक सैंपल उठाए और जांच शुरू की
- कार तीन घंटे तक लाल किले की पार्किंग में खड़ी थी, ड्राइवर कार से एक सेकंड के लिए भी बाहर नहीं निकला
दिल्ली लाल किला ब्लास्ट मामले में कल से अब तक कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. ब्लास्ट में इस्तेमाल कार से लेकर फरीदाबाद टैरर मॉड्यूल से कनेक्शन तक कई चीजें अब तक निकल कर बाहर आ चुकी हैं. आइए आपको बताते हैं कि अब तक क्या-क्या सामने आया है.
- सोमवार शाम लाल किले के गेट के सामने एक i20 मूविंग कार में शाम 6:52 बजे जोरदार धमाका.
- धमाके के बाद 10 मिनट के अंदर ही पुलिस पहुंच गई.
- मौके पर NSG, NIA और हरियाणा पुलिस और यूपी एटीएस की टीम भी पहुंची, NSG की टीम ने मौके से फॉरेसिक सैंपल उठाए.
- धमाके का असर करीब 200 मीटर तक था.
- पुलिस ने i20 कार के रूट को चेक किया, तो पता चला कि कार लाल किले की पार्किंग में ब्लास्ट के पहले 3 घंटे तक खड़ी थी.
- कार पार्किंग में 3:18 बजे घुसी और 6:28 मिनट पर बाहर निकली. इस दौरान कार का ड्राइवर 1 सेकंड के लिए भी बाहर नहीं निकला.
- पुलिस ने कार के फुटेज की आगे करीब 22 किलोमीटर तक जांच की. पता चला कि कार बदरपुर बॉर्डर से दाखिल हुई थी. इसके बाद आश्रम,सराय काले खां,आइटीओ होते हुए लाल किले की पार्किंग में पहुंची.
- आगे की जांच में पता चला कि कार गुरुग्राम के रहने वाले एक शख्स सलमान की है. सलमान ने ये गाड़ी ओखला में देवेंद्र को बेची. देवेंद्र ने गाड़ी अम्बाला के एक शख्स को बेची. अंबाला से गाड़ी पुलवामा पहुंची, जहां आमिर और तारिक और उमर राशिद का कनेक्शन सामने आया.
- जम्मू कश्मीर पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है. जांच में पता चला है कि आमिर ने गाड़ी पुलवामा के रहने वाले उमर मोहम्मद को दी थी.
- उमर मोहम्मद फरीदाबाद की अल फलह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर और और आदिल और मुजम्मिल का काफी करीबी है.
- इसके बाद पता चला कि फरीदाबाद में इसका पूरा मॉड्यूल पकड़े जाने के बाद और विस्फोटक बरामद होने के बाद वो पैनिक हो गया और फरीदाबाद से दिल्ली कार में विस्फोटक लेकर आया और कार को उड़ा दिया.
- जांच में पता चला कि उमर मोहम्मद ही चला रहा था और ये फिदायीन हमला है.
- कार में शव के टुकड़े और हाथ के टुकड़े मिले. इसकी अब डीएनए जांच होगी, जिससे पता चलेगा कि शव उमर मोहम्मद का था.
ब्लास्ट जुड़े किरदार
-पिता- जी. नबी भट, मूल निवासी कोइल, पुलवामा (जम्मू-कश्मीर)
-जन्म- 24 फरवरी 1989
-वर्तमान में कार्यरत- अल-फलाह मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद
-बताया जा रहा है कि वह डॉ. अदील का करीबी था, दोनों एन्क्रिप्टेड टेलीग्राम चैनलों पर सक्रिय रेडिकल डॉक्टर ग्रुप से जुड़े थे
उमर ने एमडी (मेडिसिन) किया था जीएमसी श्रीनगर से और जीएमसी अनंतनाग में सीनियर रेज़िडेंट रहे, बाद में फरीदाबाद शिफ्ट हो गया
अभी जैश-ए-मोहम्मद के इस मॉड्यूल के 7 लोग गिरफ्तार हो चुके है.
इनमें एक महिला डॉक्टर भी है. फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉक्टर शाहीना को जैश आतंकी संगठन का भारत मे महिला विंग और रिक्रूटमेंट तैयार करने जिम्मा सौंपा गया था.
जमात उल मोमीनात महिला विंग है, जैश की जिसकी भारत मे कमान डॉक्टर शाहीना को सौंपी गई थी.
सादिया अहजर मसूद अहजर की बहन है जो पाकिस्तान में जैश की महिला विंग की हेड है.
सादिया अजहर का पति यूसुफ अजहर कंधार हाईजैक में एक मास्टरमाइंड था.
अब दिल्ली पुलिस इस मामले में कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है. हालांकि इनमें से किसी का भी ब्लास्ट से कनेक्शन नहीं निकला है.
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