देश की राजधानी दिल्ली में गर्मी अभी से परेशान करने लगी है. नए साल पर लोगों ने कंपकंपाने वाली सर्दी का अनुभव किया लेकिन जनवरी माह गुजरने के साथ ही तापमान में बढ़ोत्तरी को दौर शुरू हो गया है. कंपकंपाती सर्दी का दौर पीछे छूट चुका है और फरवरी माह से ही गर्मी लोगों को सताने लगी है. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली ने आज फरवरी माह में 17 साल का सबसे गर्म दिन देखा जब अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री तक पहुंच गया जो 2006 के बाद से इस माह का सबसे अधिक है. यह तापमान, सामान्य से करीब 9 डिग्री अधिक है. भारतीय मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 55 सालों में आज तीसरा सबसे गर्म फरवरी का दिन भी रहा. 20 फरवरी को दर्ज हुआ तापमान 1969 के बाद से तीसरा सबसे अधिक तापमान है.
Safdarjung Airport in Delhi today recorded 33.6 °C, the third highest temperature for the month of February in the last 55 years: IMD pic.twitter.com/F0j6yeKRLH
— ANI (@ANI) February 20, 2023
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के रीजनल फोरकास्टिंग सेंटर के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में शुरुआती गर्मी का प्राथमिक कारण है. राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार वृद्धि देखने में आई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से सात डिग्री अधिक रहा और दो साल में इस महीने का सबसे अधिक तापमान है. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल उम्मीद से पहले गर्मी की शुरुआत ने गेहूं की फसल पर मौसम के प्रभाव और पहाड़ों में तेजी से बर्फ पिघलने को लेकर चिंता में इजाफा किया है.
NDTV से बात करते हुए आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा कि मार्च में होली से पहले ही राष्ट्रीय राजधानी में तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है. ये स्थिति पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, उत्तरप्रदेश की भी रहने वाली है. राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश में 33 से 38 डिग्री तक तापमान जा सकता है. कुमार ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ दो और दिनों तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बना रहेगा.कुमार के अनुसार हिमाचल प्रदेश में तापमान साल के इस समय में सामान्य से 7-8 डिग्री सेल्सियस अधिक है. लेकिन यह आज के बाद गिर जाएगा. मैदानी इलाकों में तापमान अधिक है क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ अभी यहां तक नहीं पहुंचा है." समुद्री हवा के कारण अगले तीन दिनों में महाराष्ट्र में तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.
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