- दिल्ली के लाल किला के पास हुए धमाके में 12 लोगों की मौत और बीस से अधिक घायल हुए हैं
- धमाका संदिग्ध की घबराहट में हुआ था क्योंकि बम पूरी तरह तैयार नहीं था और विस्फोट आकस्मिक था
- विस्फोट के समय वाहन चल रहा था और आईईडी विस्फोटक पूरी तरह तैयार नहीं था
दिल्ली के लाल किला के पास हुए जोरदार ब्लास्ट में 12 लोगों की मौत हो गई. अब जब इस मामले की तह में जाने के लिए हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है, तब लगातार नए खुलासे और दावे हो रहे हैं. इस बीच एक और बड़ा दावा किया जा रहा है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, कल हुआ धमाका संदिग्ध की घबराहट के कारण हुआ था क्योंकि बम पूरी तरह तैयार नहीं था, न ही विस्फोट के साथ कोई क्रेटर बना और न ही प्रोजेक्टाइल का इस्तेमाल किया गया जिससे भारी क्षति या हताहत होते.
डर की वजह से कर रहा था ये कोशिश
सूत्रों का कहना है कि पूरे भारत और फरीदाबाद में सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई के चलते संदिग्ध को डर था कि वह पकड़ा जा सकता है. इसी वजह से वह विस्फोटक को दूसरी जगह ले जाने या निपटाने की कोशिश कर रहा था, जो गलती से फट गया. यह आत्मघाती मिशन नहीं था, बल्कि आकस्मिक विस्फोट था. धमाके के समय वाहन चल रहा था और आईईडी भी पूरी तरह तैयार नहीं थी.
दिल्ली में कैसे हुआ जोरदार ब्लास्ट
देश की राजधानी दिल्ली में कल शाम 6 बजकर 52 मिनट का वक्त था, तब रोजाना की तरह दिल्ली सरपट दौड़ रही थी. इसी दौरान लाल किले के पास एक हुंदई आई20 कार में जोरदार धमाका हुआ. ये धमाका इतना जोरदार था कि इसकी दूर तक आवाज सुनाई दी. इस घातक ब्लास्ट की चपेट में आने से 12 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया. अब इस ब्लास्ट के पीछे की साजिश रचने वालों को खोजा जा रहा है, ताकि उनके गुनाह की सजा उन्हें मिल सकें.
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