दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजधानी में चुनावी समर शुरू हो गया है. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला बताया जा रहा है. दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होने हैं जबकि नतीजे 8 फरवरी को आएंगे. आगामी चुनाव को लेकर अभी से राजधानी में राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. भाजपा और आप एक दूसरे पर जमकर हमले कर रहे हैं. चुनावी तैयारियों के बीच अब नेताओं के बयान भी सुर्खियां बटोर रही हैं. बीते दिनों कालकाजी से भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली की मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी को लेकर जो बयान दिया उसकी आलोचना भी हुई. हम आपको बता दें कि राजनीति में किसी महिला या किसी महिला नेता पर दिया गया ये कोई पहला और आखिरी बयान नहीं था. आज हम आपको ऐसे ही कुछ विवादास्तप बयानों के बारे में बताने जा रहे हैं.
रेप को लेकर मुलायम सिंह यादव की टिप्पणी से बवाल
साल 2014 का था, देश में चुनाव प्रचार जोरों पर था.इसी दौरान समाजवादी पार्टी के उस समय के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने एक रैलीको संबोधित करते हुए लड़कियों के साथ होने वाली रेप पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने उस दौरान रेप के लिए मृत्यु दंड दिए जाने के प्रावधान का विरोध करते हुए उन्होंने कहा था कि लड़कियां पहले दोस्ती करती हैं. लड़के-लड़की में मतभेद हो जाता है. मतभेद होने के बाद उसे रेप का नाम दे देती हैं. लड़कों से गलती हो जाती है. क्या रेप केस में फांसी दी जाएगी? ये कितना सही होगा.
मीनाक्षी नटराजन पर दिया दिग्विजय सिंह का विवादित बयान
बात 2013 की है, उस दौरान दिग्विजय सिंह कांग्रेस के महासचिव थे. मामला मध्य प्रदेश के मंदसौर का है जहां एक जनसभा को संबोधित करते वक्त वे इलाके की सांसद मीनाक्षी नटराजन पर 100 टंच माल की टिप्पणी कर दी. मंदसौर की एक आमसभा में दिग्विजय सिंह ने अपने आप को राजनीति का पुराना जौहरी बताते हुए कहा कि मुझे पता है कि कौन फर्जी है और कौन सही है. दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद जमकर बवाल हुआ था.
गोपाल शेट्टी ने की थी उर्मिला मातोंडकर पर विवादित टिप्पणी
ये वाक्या 2019 का है जब लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान उर्मिला मातोंडकर पर बीजेपी के उम्मीदवार गोपाल शेट्टी ने एक विवादित टिप्पणी की थी. उस दौरान गोपाल शेट्टी ने उर्मिला पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह तो सिलेब्रिटी हैं तो चेहरे को ही देखकर लाया गया है न, उसमें किसी को बुरी लगने का कोई कारण नहीं है. वह एक पॉलिटिकल परिवार से आई हैं, ज्ञान है उनको पॉलिटिक्स आती है लेकिन जो पार्टी चुनी है वो तो खराब है न.
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री ने नर्सों को लेकर दिया था विवादित बयान
गोवा के तत्कालीन मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने नर्सों को लेकर एक विवादित बयान दिया था. ये बात 2015 की है. उस दौरान जब नर्स अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं. इसी दौरान पारसेकर ने कहा था कि जो नर्स धूप में धरना दे रही हैं इससे उनकी शादी होने में दिक्कत आएगी.
शीला दीक्षित ने जब कहा था महिलाओं को ज्यादा एडवेंचर्स नहीं होना चाहिए
2008 में युवा टीवी पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या को लेकर उस समय दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बयान से विवाद पैदा हो गया था. दरअसल, शीला दीक्षित ने अपने बयान में कहा था कि सौम्या की हत्या पर उन्हें बेहद दुख है लेकिन महिलाओं को रात में बहुत ज्यादा साहस दिखाना अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा था कि लोगों को इतना एडवेंचरस नहीं होना चाहिए.
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