दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल ने बुधवार को उसके परिसर में तोड़फोड़ करने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी की मांग करते हुए पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यह घटना मंगलवार शाम को बवाना क्षेत्र के महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में हुई. दरअसल छह साल की एक बच्ची के साथ एक व्यक्ति ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था. बच्ची को इस अस्पताल में लाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे आपात सेवा बंद होने का हवाला देते हुए किसी अन्य अस्पताल रेफर कर दिया. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने अस्पताल में तोड़-फोड़ की. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें बुधवार को अस्पताल प्रशासन की तरफ से एक शिकायत मिली है और वह मामले की जांच कर रहे हैं.
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बता दें अभी बीते सप्ताह ही डॉक्टर्स ने उनके खिलाफ होने वाली हिंसा की घटनाओं को लेकर किया गया देशव्यापी आंदोलन खत्म किया है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक सरकारी अस्पताल के जूनियर डॉक्टर के साथ मरीज के परिजनों ने मारपीट कर दी थी. इसके बाद देश भर में सरकारी और निजी अस्पताल के डॉक्टर्स ने आंदोलन किया था. आंदोलन इस शर्त पर खत्म किया गया है कि उनके खिलाफ हिंसा करने वाले व्यक्ति के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के लिए अलग से कानून बनाया जाएगा और सख्ती से उसका पालन किया जाएगा. (इनपुट-भाषा)
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