नई दिल्ली:
दिल्ली सरकार ने अपने नियमों में 'ढील देने' और अपने एक स्कूल में मधु नाम की एक लड़की को दाखिला देने का निर्णय किया. पाकिस्तान से पलायन करके आई यह लड़की दस्तावेजों की कमी के चलते दाखिले के लिए जद्दोजहद करती रही है.
स्कूल में दाखिला पाने के मधु के संघर्ष की रिपोर्ट, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संज्ञान में आने और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष यह मुद्दा उठाने के बाद सोमवार को यह निर्णय किया गया.
सोलह साल की मधु के मुताबिक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए दो साल पहले वह अपनी मां, भाई-बहन, अपने चाचा और चचेरे भाई-बहन के साथ भागकर भारत आ गई थी.
दिल्ली सरकार और संजय कॉलोनी में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के चक्कर लगाने के बाद इस लड़की ने केजरीवाल से हस्तक्षेप की मांग करते हुए उन्हें एक पत्र लिखा था.
लड़की के अनुरोध को स्वीकार करते हुए उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'विशेष परिस्थितियों के चलते इस लड़की के पास टीसी या जाति प्रमाण पत्र नहीं है. वह पढ़ना चाहती है और मानवता के आधार पर मेरा मानना है कि हमें उसके लिए नियमों से परे जाने की जरूरत है.'
एक आधिकारिक आदेश में कहा गया, 'संजय कॉलोनी, भाटी माइन्स, फतेहपुर बेरी, नई दिल्ली. इन चार स्थानों में से किसी भी जगह सरकारी स्कूलों में मधु को तत्काल दाखिला दिया जा सकता है. उसे आवश्यक किताबें और यूनिफॉर्म भी दिए जाएंगे.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
स्कूल में दाखिला पाने के मधु के संघर्ष की रिपोर्ट, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संज्ञान में आने और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष यह मुद्दा उठाने के बाद सोमवार को यह निर्णय किया गया.
सोलह साल की मधु के मुताबिक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए दो साल पहले वह अपनी मां, भाई-बहन, अपने चाचा और चचेरे भाई-बहन के साथ भागकर भारत आ गई थी.
दिल्ली सरकार और संजय कॉलोनी में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के चक्कर लगाने के बाद इस लड़की ने केजरीवाल से हस्तक्षेप की मांग करते हुए उन्हें एक पत्र लिखा था.
लड़की के अनुरोध को स्वीकार करते हुए उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'विशेष परिस्थितियों के चलते इस लड़की के पास टीसी या जाति प्रमाण पत्र नहीं है. वह पढ़ना चाहती है और मानवता के आधार पर मेरा मानना है कि हमें उसके लिए नियमों से परे जाने की जरूरत है.'
एक आधिकारिक आदेश में कहा गया, 'संजय कॉलोनी, भाटी माइन्स, फतेहपुर बेरी, नई दिल्ली. इन चार स्थानों में से किसी भी जगह सरकारी स्कूलों में मधु को तत्काल दाखिला दिया जा सकता है. उसे आवश्यक किताबें और यूनिफॉर्म भी दिए जाएंगे.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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