गोशाल में गायों की मौत
नई दिल्ली:
दिल्ली के छावला इलाके के घुम्मनहेड़ा गांव में आचार्य सुशील कुमार गोसदन ट्रस्ट के अधीन चलने वाली गोशाला में गुरुवार की रात 16 गाय ने दम तोड़ दिया,जबकि बीते 2 दिन में यहां अब तक 48 गायें मर चुकी हैं. इस मामले में अब दिल्ली सरकार ने जांच का आदेश दिया है. यह गोशाला करीब 9 एकड़ में फैली हुई हैं, और जहां 2000 से ज्यादा गायें हैं. इस गोशाला में काम करने वाले सलीम के मुताबिक गायों की मौत के पीछे लापरवाही एक बड़ी वजह है. उन्होंने बताया कि यहां गाय का चारा पर्याप्त नही है,पानी की व्यवस्था नही है. सबसे बडी बात यहां इतनी बड़ी संख्या गाय की होने के बाद भी कोई डॉक्टर तक नही है. यही वजह है की गाय बीमार होकर मर रही है. लेकिन कोई इलाज करने वाला नही है.
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उन्होंने बताया कि गायों के मरने का सिलसिला बीते एक हफ्ते से जारी है. बावजूद इसके इनकी सूध लेने वाला कोई नही है. तो रोज बड़ी संख्या में गाए मर रही हैं.इतने बड़े इलाके में फैले इस गौशाला के हालात बेहद खराब है. जगह जगह पानी भरा हुआ है ,मच्छर पनपे हुए हैं. पानी निकासी की कोई व्यवस्था नही है. पीने का पानी नही है,शक है कि सभी गायों की मौत बीमारी से हुई. इस गोशाला में काम करने वाले लोगो ने बताया की गुरु छाया नाम की महिला इस ट्रस्ट की केअर टेकर है,वो ही कभी कभी यहां आती है. कल आयी थी.
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उन्हें गाय की मौत के बारे में बताया तो चुप रहने को कहा. नियम कहता है की इस तरह गाये के शव को एमसीडी लेकर जाती है लेकिन पिछले 5 दिन से कोई नही आया. इसलिए बीमारी ना फैले और दूसरी गाय बीमार ना हो जाए इसलिए गाँव के लोगो ने गौशाला में ही गड्ढा खोद दिया जिससे गाय के शव को वहां दबाए जा सकें,फिलहाल पुलिस को जानकारी दी गयी है जो मामले की जांच कर रही है.
VIDEO: मध्यप्रदेश में गायों की हालत गंभीर.
डीसीपी द्वारका एंटो अल्फांसो के मुताबिक गुम्मनहेड़ा इलाके छावला में कुल 36 गायों की मौत हुई है. आचार्य सुशील गौ शाला की थी ये सारी गाये. शुरुआती तोर पर लग रहा है सभी गायों की मौत बीमारी की वजह से हो सकती है. गौ शाला के आसपास भी काफ़ी पानी भरा हुआ था. मौके पर पुलिस टीम वैटनरी विभाग के लोग मौजूद है.
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उन्होंने बताया कि गायों के मरने का सिलसिला बीते एक हफ्ते से जारी है. बावजूद इसके इनकी सूध लेने वाला कोई नही है. तो रोज बड़ी संख्या में गाए मर रही हैं.इतने बड़े इलाके में फैले इस गौशाला के हालात बेहद खराब है. जगह जगह पानी भरा हुआ है ,मच्छर पनपे हुए हैं. पानी निकासी की कोई व्यवस्था नही है. पीने का पानी नही है,शक है कि सभी गायों की मौत बीमारी से हुई. इस गोशाला में काम करने वाले लोगो ने बताया की गुरु छाया नाम की महिला इस ट्रस्ट की केअर टेकर है,वो ही कभी कभी यहां आती है. कल आयी थी.
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उन्हें गाय की मौत के बारे में बताया तो चुप रहने को कहा. नियम कहता है की इस तरह गाये के शव को एमसीडी लेकर जाती है लेकिन पिछले 5 दिन से कोई नही आया. इसलिए बीमारी ना फैले और दूसरी गाय बीमार ना हो जाए इसलिए गाँव के लोगो ने गौशाला में ही गड्ढा खोद दिया जिससे गाय के शव को वहां दबाए जा सकें,फिलहाल पुलिस को जानकारी दी गयी है जो मामले की जांच कर रही है.
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डीसीपी द्वारका एंटो अल्फांसो के मुताबिक गुम्मनहेड़ा इलाके छावला में कुल 36 गायों की मौत हुई है. आचार्य सुशील गौ शाला की थी ये सारी गाये. शुरुआती तोर पर लग रहा है सभी गायों की मौत बीमारी की वजह से हो सकती है. गौ शाला के आसपास भी काफ़ी पानी भरा हुआ था. मौके पर पुलिस टीम वैटनरी विभाग के लोग मौजूद है.
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