फाइल फोटो
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        शुक्रवार को पहलू ख़ान का परिवार दिल्ली पहुंचा. तहसीन पूनावाला, शहज़ाद पूनावाला और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के साथ पूरा परिवार मीडिया से रूबरू हुआ. पहलू के बेटे इरशाद का कहना है कि राजस्थान के बहरोड़ में वो केस नहीं लड़ सकते क्योंकि उनको लगातार आरोपियों की तरफ़ से जान से मार देने की धमकी मिल रही है.
डाईंग डिक्लेरेशन में पहलू ख़ान ने जिन 6 लोगों का नाम लिया था उनको राजस्थान सीबी सीआईडी ने क्लीनचिट दी है. जिसके ख़िलाफ़ पहलू का परिवार सुप्रीम कोर्ट जा रहा है. साथ ही परिवार का ये भी कहना है कि उनका पूरा केस हरियाणा या सुप्रीम कोर्ट में सुना जाए क्योंकि राजस्थान में उनकी जान को ख़तरा है. पहलू का परिवार शुक्रवार को दिल्ली में था. तहसीन पूनावाला, शहज़ाद पूनावाला और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय के साथ पूरा परिवार मीडिया से रूबरू हुआ.
शहज़ाद पूनावाला ने अपने बयान में कहा है कि सीबी-सीआईडी ने आरोपियों को छोड़ दिया है जबकि डाईंग डिक्लेरेशन में इन 6 लोगों के नाम थे. शहजाद ने बताया कि चश्मदीद गवाह इरशाद भी वहां था. सुप्रीम कोर्ट ने कई मामलों में डाईंग डिक्लेर्शन को साक्ष्य माना है. पुलिस की ओरिजिनल रिपोर्ट में इन 6 लोगों के नाम हैं. फिर भी मोबाइल लोकेशन के आधार पर और कुछ लोगों की गवाही जैसे हल्के आधार पर इन्हें क्लीनचिट दे दी गई. हाईकोर्ट ने 5 आरोपियों को बेल भी दे दी है. इस बेल आर्डर में भी कांट्राडिक्शन है. मॉब लिंचिंग पर तहसीन पूनावाला की पीटिशन पर सुनवाई चल रही है. उन्होंने कहा कि हम पहलू ख़ान का केस 22 तारीख़ को सुप्रीम कोर्ट में ले जाएंगे
तहसीन पूनावाला ने भी डाईंग डिक्लेरेशन पर सवाल किया और कहा कि डाईंग डिक्लेरेशन को दरकिनार किया गया है.
उन्होंने कहा कि हमने पहले भी अख़लाक के केस में देखा है. राज्य सरकार आरोपियों को बचाया जा रहा है. इरशाद ने आगे कहा कि हमारा पूरा परिवार मुश्किल में हैं हम बेहद ग़रीब हैं.
मीडिया से बात करते हुए इरशाद ने कहा हमें लगातार धमकियां मिल रही हैं. इरशाद के अनुसार जिन लोगों को बेल मिली वो हमें बोल रहे हैं कि तुम बहरोड़ आओगे तो बताऊंगा. पुलिस हमें दिलासा देती रही, वे सभी लोग वीडियो में दिख रहे हैं और मैं भी था.
वहां मीडिया से बात करते हुए इरशाद ने कहा कि 5 लोगों को पहले बेल दे दी गई और 6 लोगों को अब छोड़ दिया तो फिर किसने मारा उसे. पुलिस उन लोगों से मिली है. हम कोर्ट भी नहीं जा सकते बहरोड़ में वो लोग कहते हैं कि हम बहरोड़ गए तो हमें गोली मार देंगे. हम मरने नहीं जाएंगे, एक को मार दिया हमें भी मार देंगे. इसलिए हम वहां नहीं जाकर लड़ सकते है. हम मांग करते हैं कि हमारा केस की जांच कोर्ट की निगरानी में हो.
इस बीच पहलू ख़ान के परिवार के साथ वहां उपस्थित कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2015 से लेकर अब तक 16 प्रकरणों में मॉब लिंचिंग हुई है. पहलू ख़ान ने डाईंग डिक्लेरेशन में इनके नाम लिए लेकिन राजस्थान सरकार मारने वालों को बचाने में लगी हुई है.
                                                                        
                                    
                                डाईंग डिक्लेरेशन में पहलू ख़ान ने जिन 6 लोगों का नाम लिया था उनको राजस्थान सीबी सीआईडी ने क्लीनचिट दी है. जिसके ख़िलाफ़ पहलू का परिवार सुप्रीम कोर्ट जा रहा है. साथ ही परिवार का ये भी कहना है कि उनका पूरा केस हरियाणा या सुप्रीम कोर्ट में सुना जाए क्योंकि राजस्थान में उनकी जान को ख़तरा है. पहलू का परिवार शुक्रवार को दिल्ली में था. तहसीन पूनावाला, शहज़ाद पूनावाला और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय के साथ पूरा परिवार मीडिया से रूबरू हुआ.
शहज़ाद पूनावाला ने अपने बयान में कहा है कि सीबी-सीआईडी ने आरोपियों को छोड़ दिया है जबकि डाईंग डिक्लेरेशन में इन 6 लोगों के नाम थे. शहजाद ने बताया कि चश्मदीद गवाह इरशाद भी वहां था. सुप्रीम कोर्ट ने कई मामलों में डाईंग डिक्लेर्शन को साक्ष्य माना है. पुलिस की ओरिजिनल रिपोर्ट में इन 6 लोगों के नाम हैं. फिर भी मोबाइल लोकेशन के आधार पर और कुछ लोगों की गवाही जैसे हल्के आधार पर इन्हें क्लीनचिट दे दी गई. हाईकोर्ट ने 5 आरोपियों को बेल भी दे दी है. इस बेल आर्डर में भी कांट्राडिक्शन है. मॉब लिंचिंग पर तहसीन पूनावाला की पीटिशन पर सुनवाई चल रही है. उन्होंने कहा कि हम पहलू ख़ान का केस 22 तारीख़ को सुप्रीम कोर्ट में ले जाएंगे
तहसीन पूनावाला ने भी डाईंग डिक्लेरेशन पर सवाल किया और कहा कि डाईंग डिक्लेरेशन को दरकिनार किया गया है.
उन्होंने कहा कि हमने पहले भी अख़लाक के केस में देखा है. राज्य सरकार आरोपियों को बचाया जा रहा है. इरशाद ने आगे कहा कि हमारा पूरा परिवार मुश्किल में हैं हम बेहद ग़रीब हैं.
मीडिया से बात करते हुए इरशाद ने कहा हमें लगातार धमकियां मिल रही हैं. इरशाद के अनुसार जिन लोगों को बेल मिली वो हमें बोल रहे हैं कि तुम बहरोड़ आओगे तो बताऊंगा. पुलिस हमें दिलासा देती रही, वे सभी लोग वीडियो में दिख रहे हैं और मैं भी था.
वहां मीडिया से बात करते हुए इरशाद ने कहा कि 5 लोगों को पहले बेल दे दी गई और 6 लोगों को अब छोड़ दिया तो फिर किसने मारा उसे. पुलिस उन लोगों से मिली है. हम कोर्ट भी नहीं जा सकते बहरोड़ में वो लोग कहते हैं कि हम बहरोड़ गए तो हमें गोली मार देंगे. हम मरने नहीं जाएंगे, एक को मार दिया हमें भी मार देंगे. इसलिए हम वहां नहीं जाकर लड़ सकते है. हम मांग करते हैं कि हमारा केस की जांच कोर्ट की निगरानी में हो.
इस बीच पहलू ख़ान के परिवार के साथ वहां उपस्थित कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2015 से लेकर अब तक 16 प्रकरणों में मॉब लिंचिंग हुई है. पहलू ख़ान ने डाईंग डिक्लेरेशन में इनके नाम लिए लेकिन राजस्थान सरकार मारने वालों को बचाने में लगी हुई है.
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