फाइल फोटो
- दो हिस्सों में बंटी आप
- पंजाब के 13 विधायक मिले सिसोदिया से
- मनीष सिसोदिया के घर हुई बैठक
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नई दिल्ली:
पंजाब में सुखपाल खैरा को विपक्ष के नेता के पद से हटाकर हरपाल चीमा को ये जिम्मेदारी दिये जाने पर आम आदमी पार्टी दो हिस्सों में बंट गई है. एक खेमा खैरा के पक्ष में आवाज़ उठा रहा है जबकि दूसरा पार्टी आलाकमान की बात को सर्वोपरि मानने की बात कह रहा है. इस बीच पंजाब आम आदमी पार्टी के 13 विधायकों ने आज मनीष सिसोदिया के घर बैठक कर खैरा को हटाए जाने के मुद्दे पर चर्चा की. इस बैठक में खुद सुखपाल खैरा भी मौजूद थे. मिली जानकारी के मुताबिक 13 में से 8 विधायकों ने सुखपाल खैरा को नेता विपक्ष बनाये जाने के पक्ष में थे.
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बैठक खत्म होने के बाद पार्टी नेता कंवर संधू ने साफ़ कहा कि 'हमने मनीष सिसोदिया जी को कहा है कि वो नेता विपक्ष बदलने का फैसला वापस लें लेकिन मनीष जी ने ऐसा करने से मना कर दिया है और कहा कि दलित को नेता विपक्ष बनाना चाहते थे. हमने कहा कि अगर दलित समाज को आगे लाना है तो अध्यक्ष बनाएं जो पोस्ट खाली है लेकिन खैरा को नेता विपक्ष रहने दें'. हालांकि एक सवाल ले जवाब में उन्होंने कहा कि कोई विधायक पार्टी नहीं छोड़ेगा.
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इसके बाद पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि 'आम आदमी पार्टी ने पंजाब में हरपाल चीमा जी को नेता प्रतिपक्ष बनाकर दलित समाज को सम्मान और हक़ दिया है. विधानसभा में अब दलित समाज की आवाज़ बुलंद होगी. ग़रीबों और दलितों को न्याय मिलेगा. मुझे बेहद दुख है कि हमारे ही कुछ साथी इसका विरोध कर रहे हैं. मैने आज उन्हें समझाया कि आम आदमी पार्टी गरीब और दलितों को हक़ और आवाज़ देने के लिए बनी है. दलितों और गरीबो का विरोध तो कांग्रेस, अकाली और भाजपा करती हैं.' आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने बीते हफ़्ते ही पंजाब में सुखपाल खैरा की छुट्टी करके हरपाल सिंह चीमा को नेता प्रतिपक्ष बनाया है.
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बैठक खत्म होने के बाद पार्टी नेता कंवर संधू ने साफ़ कहा कि 'हमने मनीष सिसोदिया जी को कहा है कि वो नेता विपक्ष बदलने का फैसला वापस लें लेकिन मनीष जी ने ऐसा करने से मना कर दिया है और कहा कि दलित को नेता विपक्ष बनाना चाहते थे. हमने कहा कि अगर दलित समाज को आगे लाना है तो अध्यक्ष बनाएं जो पोस्ट खाली है लेकिन खैरा को नेता विपक्ष रहने दें'. हालांकि एक सवाल ले जवाब में उन्होंने कहा कि कोई विधायक पार्टी नहीं छोड़ेगा.
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इसके बाद पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि 'आम आदमी पार्टी ने पंजाब में हरपाल चीमा जी को नेता प्रतिपक्ष बनाकर दलित समाज को सम्मान और हक़ दिया है. विधानसभा में अब दलित समाज की आवाज़ बुलंद होगी. ग़रीबों और दलितों को न्याय मिलेगा. मुझे बेहद दुख है कि हमारे ही कुछ साथी इसका विरोध कर रहे हैं. मैने आज उन्हें समझाया कि आम आदमी पार्टी गरीब और दलितों को हक़ और आवाज़ देने के लिए बनी है. दलितों और गरीबो का विरोध तो कांग्रेस, अकाली और भाजपा करती हैं.' आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने बीते हफ़्ते ही पंजाब में सुखपाल खैरा की छुट्टी करके हरपाल सिंह चीमा को नेता प्रतिपक्ष बनाया है.
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