कई करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड में महाराष्ट्र के पुणे शहर की पुलिस ने एक पूर्व IPS अधिकारी और एक सायबर एक्सपर्ट के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. पुलिस ने मार्च में पूर्व IPS अधिकारी रवीन्द्र पाटिल और एक सायबर एक्सपर्ट को गिरफ्तार किया था. ये दोनों क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े फ्रॉड के मामलों की जांच में पुलिस की मदद करते थे.
पुलिस ने बताया कि इन दोनों ने डिजिटल वॉलेट्स से जाली तरीके से करोड़ों रुपये अपने एकाउंट्स में ट्रांसफर कर पुलिस के साथ धोखाधड़ी की थी. सायबर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर Ankush Chintaman ने बताया, "इन दोनों के खिलाफ 4,400 पेज से अधिक की चार्जशीट दाखिल की गई है." पाटिल ने नौकरी से वॉलंटरी रिटायरमेंट ली थी और सायबर एक्सपर्ट को पुणे पुलिस ने लगभग चार वर्ष पहले क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े फ्रॉड के दो मामलों की जांच में मदद के लिए हायर किया था. पुलिस का आरोप है कि पाटिल ने जांच के दौरान कुछ क्रिप्टोकरेंसी अपने एकाउंट में ट्रांसफर की थी और सायबर एक्सपर्ट ने आंकड़ों में हेराफेरी कर एकाउंट्स के स्क्रीनशॉट पुलिस को उपलब्ध कराए थे.
इन दोनों को अमित भारद्वाज से जुड़े एक बड़े स्कैम का पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई थी. भारद्वाज पर GainBitcoin कही जाने वाली एक मल्टीलेवल मार्केटिंग (MLM) चलाने का आरोप है, जिसमें बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट पर 10 प्रतिशत के मासिक रिटर्न का वादा किया गया था. भारद्वाज की KYC डिटेल्स की जांच करने पर इन दोनों के धोखाधड़ी करने का पता चला था.
वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले की जांच में दोनों को दोषी पाया था. पुलिस ने कहा था कि इन दोनों ने पुलिस की ओर से टेक्निकल एनालिसिस के लिए उपलब्ध कराए गए डेटा का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया था. पिछले वर्ष के अंत में गुजरात में राजकोट की क्राइम ब्रांच ने 17 लोगों को क्रिप्टोकरेंसी में इनवेस्टमेंट पर अधिक रिटर्न का लालच देकर 38 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया था. इस वर्ष की शुरुआत में बेंगलुरु के एक क्रिप्टो इनवेस्टर को स्कैम में दो करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ था. विदेश में भी क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है और इनमें करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ है.
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