अमेरिका की बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में शामिल MicroStrategy का कहना है कि उसे बिटकॉइन में कोलेट्रल वाले एक लोन के लिए मार्जिन कॉल नहीं मिली है और वह इस क्रिप्टोकरेंसी में वोलैटिलिटी बढ़ने का सामना कर सकती है. इससे बिटकॉइन में बड़ी गिरावट आने के कारण एसेट की बिक्री करने को लेकर आशंका कम हुई है.
Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, बिटकॉइन में बड़ा इनवेस्टमेंट रखने वाली MicroStrategy ने मार्च में क्रिप्टो सेगमेंट से जुड़ी फाइनेंशियल फर्म Silvergate Capital Corp से लगभग 20.5 करोड़ डॉलर का लोन लिया था. तीन वर्ष के इस लोन के लिए कोलेट्रल का बड़ा हिस्सा बिटकॉइन में था. MicroStrategy ने पिछले महीने कहा था कि बिटकॉइन का प्राइस 21,000 डॉलर से नीचे जाने पर उसे मार्जिन कॉल या अतिरिक्त कैपिटल की डिमांड मिलेगी. बिटकॉइन का प्राइस हाल ही में घटकर लगभग 20,817 डॉलर तक गया था. कंपनी ने ईमेल के जरिए बताया कि उसे मार्जिन कॉल नहीं मिली है.
इस बारे में Silvergate ने टिप्पणी करने से मना कर दिया. MicroStrategy के शेयर में सोमवार को भारी बिकवाली हुई थी. हालांकि, इससे अगले दिन MicroStrategy के शेयर में लगभग 6 प्रतिशत और Silvergate के शेयर में लगभग 3 प्रतिशत की तेजी आई थी. आमतौर पर एक मार्जिन कॉल को अधिक कैपिटल उपलब्ध कराकर या लोन के कोलेट्रल को बेचकर पूरा किया जाता है.
MicroStrategy ने कहा, "हम आवश्यक लोन-टु-वैल्यू रेशो को बरकरार रखने के लिए अतिरिक्त बिटकॉइन दे सकते हैं. मौजूदा प्राइस पर भी हमारे पास अतिरिक्त बिटकॉइन मौजूद हैं." कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Michael Saylor ने एक ट्वीट कर बताया कि कंपनी को वोलैटिलिटी का पूर्वानुमान था और इस वजह से बैलेंस शीट का स्ट्रक्चर ऐसा रखा गया था जिससे विपरीत स्थिति होने पर मुश्किल का सामना न करना पड़े. कंपनी की ओर से यह जानकारी दिए जाने के बाद क्रिप्टो मार्केट को कुछ राहत मिली है. इससे पहले यह आशंका थी कि अमेरिका में इंटरेस्ट रेट्स बढ़ने से अधिक रिस्क वाले एसेट्स का आकर्षण कम हो सकता है. हालांकि, एनालिस्ट्स का कहना है कि क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी से एसेट्स की बिक्री की आशंका बहुत कम है. लोन लेने के लिए बिटकॉइन को कोलेट्रल के तौर पर रखने वाली चुनिंदा बड़ी कंपनियों में MicroStrategy शामिल है.
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