क्रिप्टोकरेंसी मंदी के कारण Coinbase Global का तिमाही नुकसान उम्मीद से ज्यादा हुआ है. एक्सचेंज ने बड़े तिमाही नुकसान की रिपोर्ट दी है. इसका कारण निवेशकों का जोखिम वाले एसेट्स से दूरी बना लेना रहा. Coinbase Global के शेयर मंगलवार को 6 प्रतिशत नीचे गिर गए.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज का ट्रेडिंग वॉल्यूम साल की दूसरी तिमाही आधे से भी ज्यादा तक नीचे आ गया और यह 217 बिलियन डॉलर (लगभग 17,25,130 करोड़ रुपये) पर पहुंच गया. इसमें रिटेल में 68 प्रतिशत का नुकसान हुआ और संस्थागत ट्रेडिंग में 46 प्रतिशत का नुकसान हुआ.
Coinbase ने कहा है कि ट्रेडिंग वॉल्यूम वर्तमान तिमाही में और ज्यादा नीचे गिर सकता है. यह बताता है कि कुछ क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स के ध्वस्त हो जाने और बिकवाली के कारण क्रिप्टो सेक्टर में मंदी किस कदर छाई है. मंदी ने बिटकॉइन को 2022 में 50 प्रतिशत तक नीचे गिरा दिया और Coinbase समेत कई कंपनियों को अपने कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ गई. Coinbase ने कहा कि अप्रैल-जून की तिमाही में ट्रांजैक्शन करने वाला इसका मासिक यूजर बेस 2 प्रतिशत तक गिर गया और 90 लाख पर पहुंच गया.
Morningstar Research में इक्विटी एनालिस्ट माइकल मिल्लर ने कहा कि Coinbase के यूजर बेस में बहुत अधिक माइग्रेशन नहीं हुआ है, कि यूजर्स ने प्लेटफॉर्म छोड़ दिया हो. लेकिन इसके यूजर्स क्रिप्टो निवेश में सुस्त हो गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि इससे एक्सचेंज की कमाई पर दबाव बन सकता है क्योंकि कंपनी इसका रिवेन्यू अधिकतर इसकी ट्रेडिंग फीस से ही कमाती है.
Refinitiv डेटा के अनुसार, एनालिस्ट ने उम्मीद की थी कि कंपनी का एडजस्टेड लॉस $ 2.65 (लगभग 210 रुपये) प्रति शेयर होगा लेकिन यह $ 4.76 (लगभग 380 रुपये) प्रति शेयर हो गया और रिवेन्यू 63 प्रतिशत तक गिर गया.
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