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कानपुर देहात में 500 की वसूली के लिए गर्भवती महिला के पेट पर मारी लात

कानपुर देहात के अकबरपुर मेडिकल कॉलेज में शर्मनाक घटना सामने आई. अवैध वसूली का विरोध करने पर कर्मचारी ने 8 माह की गर्भवती महिला के पेट में लात मार दी, जच्चा-बच्चा की जान खतरे में पड़ गई. मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.

कानपुर देहात में 500 की वसूली के लिए गर्भवती महिला के पेट पर मारी लात
  • कानपुर देहात के मेडिकल कॉलेज में 8 माह की गर्भवती महिला के साथ अस्पतालकर्मी ने अवैध वसूली के विरोध पर हिंसा की
  • अस्पताल के कर्मचारी ने गर्भवती महिला के पेट में लात मारी जिससे जच्चा और बच्चे दोनों की जान खतरे में पड़ गई
  • पीड़िता के पति ने अस्पताल पर वसूली और धमकाने का आरोप लगाया, जिससे चिकित्सा संस्थान की कार्यशैली पर सवाल उठे
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कानपुर:

भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों और जीवन रक्षक माने जाने वाले अस्पतालों की छवि को धूमिल करने वाला एक मामला कानपुर देहात के अकबरपुर स्थित मेडिकल कॉलेज से सामने आया है. यहां इलाज की आस लेकर आई 8 माह की गर्भवती महिला के साथ जो हुआ, उसने न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था बल्कि इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया. अवैध वसूली का विरोध करने पर अस्पताल कर्मी ने गर्भवती महिला के पेट में लात मार दी, जिससे जच्चा और बच्चा दोनों की जान खतरे में पड़ गई.

आखिर क्या हुआ था?

पीड़िता रुकसार अपने पति उस्मान के साथ रूटीन चेकअप के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंची थीं. आरोप है कि वहां तैनात कर्मचारी रोहित यादव ने उस्मान को रोका और ‘मसाला खाने' के नाम पर 500 रुपये की अवैध मांग की. उसने कहा कि जुर्माने की रसीद कटेगी. जब उस्मान ने पैसे देने से मना किया, तो रोहित यादव आगबबूला हो गया. उसने उस्मान के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और जबरदस्ती उनकी जेब से 340 रुपये निकाल लिए.

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हिंसा तक पहुंचा विवाद

मामला केवल पैसों की छीना-झपटी तक सीमित नहीं रहा. जब उस्मान ने इस लूट का विरोध किया, तो आरोपी कर्मचारी हिंसक हो गया. बीच-बचाव के दौरान आरोपी ने 8 माह की गर्भवती रुकसार के पेट में लात मार दी. लात लगते ही रुकसार जमीन पर गिर गई. करीब 10 मिनट तक वह तड़पती रही, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. पीड़िता का कहना है कि आरोपी उनका मोबाइल छीनकर फेंक रहा था और जब उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की, तो यह हमला किया गया.

अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप

पीड़िता के पति उस्मान ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि रोहित यादव मेडिकल कॉलेज में वसूली का धंधा चलाता है. आए दिन मरीजों और तीमारदारों को डरा-धमकाकर पैसे ऐंठे जाते हैं. यह आरोप सीधे तौर पर मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन और कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है.

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सरकारी दखल और कार्रवाई

घटना की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला तुरंत मौके पर पहुंचीं. उन्होंने पीड़िता का हाल जाना और पुलिस प्रशासन की सुस्ती पर नाराजगी जताई. मंत्री के दखल के बाद ही पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अकबरपुर भेजा गया. राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कड़े शब्दों में कहा कि योगी सरकार में महिलाओं के साथ अन्याय किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चाहे वह कोई भी हो, दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. मैंने डीएम और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से बात की है.

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