मुंबई पुलिस ने अयोध्या मामले पर आने वाले फैसले से पहले इसे लेकर फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की पहचान संजय रमेश्वर शर्मा के रूप में की गई है. पुलिस की जांच में पता चला है कि शर्मा ने शुक्रवार की शाम अपने फेसबुक पोस्ट पर अयोध्या मामले पर आने वाले फैसले को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. पुलिस के अनुसार आरोपी ने लिखा था कि हम फैसला आने के बाद एक बार फिर दीवाली मनाएंगे. पुलिस ने संजय के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
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बता दें कि अयोध्या में विवादित भूमि को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ अपना पैसला सुनाने वाली है. फैसले से पहले पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आम लोगों से फैसले के बाद शांति बनाए रखने की अपील भी की है. इस फैसले के मद्देनजर अयोध्या समते देश के कई हिस्सों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस दौरान किसी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर नकेल कसने की भी तैयारी की है. उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने सोशल साइट्स पर निगरानी को लेकर एक अपील जारी की है. उन्होंने अपनी अपील में आम लोगों से सोशल साइट्स पर आने वाले किसी भी मैसेज को आगे बढ़ाने से पहले उसकी सत्यता जांचने का अनुरोध किया है. साथ ही लोगों से ऐसे मैसेज को आगे बढ़ाने से बचने की बात भी की है. उन्होंने अपनी अपील में कहा है कि प्रिय प्रदेशवासियों जैसा कि आप सबको पता है कि अयोध्या मामले में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच का फैसला आ जाएगा.
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आप सब से अपील है कि किसी भी तरह का मैसेज फॉरवर्ड करने से पहले उसकी सत्यता अवश्य जांच लें. अन्यथा आपके द्वारा किया गया एक भी गलत मैसेज लाखों लोगों के लिए मुसीबत का सबब और प्रदेश के माहौल को खराब करने का कारण बन सकता है. जिसके जिम्मेदार पूरी तरह से आप होंगे. उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया (व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि) की पूरी निगरानी कर रही है. बावजूद इसके अगर कोई यह सोचकर कि पकड़ा नहीं जाऊंगा और गलत मैसेज फॉरवर्ड करता है तो यह उसकी गलतफहमी होगी.
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पुलिस आपके सहयोग और सहायता के लिए तत्पर है. और आप से भी अपेक्षा करती है कि पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे. हम यह भी अपेक्षा करते हैं कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ 112 नंबर, ट्विटर सेवा व निकटतम थाने के थाना अध्यक्ष या प्रभारी निरीक्षक को सूचना देंगे. यदि आपके क्षेत्र में कोई अनजान व्यक्ति या समूह सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय के विरोध में भड़काने की कोशिश करता है या बरगलाने की कोशिश करता है तो उसकी भी सूचना तत्काल पुलिस को दे सकते हैं. हम आपको विश्वास दिलाते हैं की प्रदेश के अमन-चैन से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आएंगे और कार्रवाई करेंगे. साथ ही आप की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखेंगे.
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वहीं, केंद्र सरकार ने अयोध्या (Ayodhya Verdict) समेत देश के सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा चाकचौबंद कर दी है. साथ ही फैसले के केंद्र सरकार ने उन सभी पांच जजों जिनमें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi), जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ , जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं, की सुरक्षा भी बढ़ा दी है. सूत्रों के अनुसार CJI रंजन गोगोई की सुरक्षा को Z श्रेणी का कर दिया गया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं