झारखंड के रामगढ़ जिले में मानवता ही नहीं बल्कि रिश्ते को भी शर्मसार करने का एक मामला सामने आया है. मृतक के बड़े पुत्र भोला राम ने ही सीसीएल में नौकरी के लिए पिता की हत्या कर दी थी और हत्या के बाद वह पुनः नबीनगर औरंगाबाद चला गया था. बरकाकाना ओपी क्षेत्र में सीसीएल के आवासीय परिसर में सीनियर सिक्योरिटी गार्ड घर मे हुई निर्मम हत्या कांड का खुलासा 72 घंटे के अंदर रामगढ़ पुलिस ने कर लिया है. मृतक का बड़ा पुत्र भोलाराम ने नौकरी के लिए पिता की निर्मम हत्या की. पहले हथौड़ी मारी लेकिन उसने पिता को अधमरा समझकर चाकू से गला रेत दिया. ताकि पिता की मौत हो जाए और उसे नौकरी लग जाए.
पूरे मामले का खुलासा करते हुए पतरातू के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि बिहार के औरंगाबाद नवीनगर के कृष्णा राम सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड ( सीसीएल ) के सेंट्रल वर्कशॉप नया नगर बरकाकाना में प्रधान सुरक्षा प्रहरी के पद पर कार्यरत थे. इनकी हत्या 18 -19 की रात में कर दी गई थी जिसके बाद पूरे मामले का उद्भेदन करने के लिए पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पतरातू के नेतृत्व में टीम बनाई थी और इस टीम ने पूरे प्रोफेशनल तरीके से काम करते हुए तकनीकी सेल सहायता लेकर कांड का उद्भेदन कर दिया.
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साथ ही साथ हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी चाकू को भी बरामद किया गया. कृष्णा राम का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसका बड़ा बेटा ही निकला. भोलाराम को औरंगाबाद के नवीनगर से उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी मृतक के बड़े बेटे भोलाराम ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पिता की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली और हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी , चाकू और पिता से लूटा हुआ एटीएम कार्ड और मोबाइल को बरामद कर लिया गया. मृतक के पुत्र ने हत्या अपने पिता की जगह नौकरी और रुपए प्राप्त करने के लिए कर दी थी.
कैसे दिया था घटना को अंजाम?
मृतक का बड़ा पुत्र 17 तारीख को ससुराल जाने के लिए अपने घर नवीनगर औरंगाबाद से निकला था लेकिन वह ससुराल नहीं गया. वह रामगढ़ पहुंचा और 17 की रात को वह बरकाकाना रेलवे स्टेशन में सो गया. देर रात उसके पिता की ड्यूटी खत्म होने के बाद पिता का घर जाने का इंतजार करने लगा लेकिन तभी देखा कि उसका पड़ोसी उसके घर में गया है.
वह फिर से बरकाकाना स्टेशन जाकर दिन भर इधर-उधर टहलते रहा. फिर 18 तारीख की रात वह अपने पिता की ड्यूटी खत्म होने का इंतजार करने लगा और पिता की ड्यूटी खत्म होने से पहले ही वह घर के आंगन में किसी तरह जा घुसा और वहां आम के पेड़ पर चुपचाप बैठा रहा है.
देर रात उसके पिता बाथरूम से निकले तो वैसे ही वह चुपचाप कमरे में जा घुसा और फिर अपने पिता के सोने का इंतजार करने लगा. जैसे ही उसे लगा कि उसके पिता सो गए हैं. उसी दौरान उसने हथौड़ी से पहले अपने पिता के सर पर वार किया और जब उसे लगा कि उसके पिता अभी बेहोश हुए हैं. तब चाकू से गला रेत दिया और फिर पिता की ही साइकिल लेकर पहले रामगढ़ बस स्टैंड गया और वहां से रांची जाकर अपने ससुराल सतबहिनी पलामू के लिए गाड़ी पकड़ी लेकिन वह ससुराल ना जाकर वहां से फिर वह औरंगाबाद अपने घर चला गया. रामगढ़ पुलिस ने उसे उसके घर से गिरफ्तार करके बरकाकाना ले आई है और उसे जेल भेज दिया है.