
राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (Anti Gangster Task Force) को एक बड़ी सफलता मिली है. संगठित अपराध और गैंगस्टर नेटवर्क के खिलाफ जारी अभियान के तहत पुलिस ने 25 हजार के इनामी और पूर्व पुलिस कमांडो प्रवीण सिंह जोड़ी (Praveen Jodi) उर्फ प्रवीण कमांडो को गिरफ्तार किया है. वह लॉरेंस बिश्नोई और आनंदपाल गैंग से जुड़ा हुआ था और कई संगीन मामलों में वांछित था.
प्रवीण को चूरू जिले के राजगढ़ रोड पर गुप्त सूचना के आधार पर धर दबोचा गया. गिरफ्तारी एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन और डीआईजी योगेश यादव और एएसपी सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में हुई.
खाकी से गैंगस्टर बनने तक का सफर
प्रवीण जोड़ी वर्ष 2001 में पुलिस में भर्ती हुआ था, लेकिन गैंगस्टर्स को पनाह देने और साथ मिलकर काम करने के आरोप में उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. वह रोहित गोदारा और वीरेंद्र जैसे गैंगस्टरों को व्यापारियों के मोबाइल नंबर मुहैया कराता था, जिससे फिरौती की धमकियां दी जा सकें. उसके खिलाफ श्रीगंगानगर में भी कई केस दर्ज हैं.
25 हजार रुपये का इनाम था घोषित
साथ ही 18 अगस्त 2024 को चूरू के होटल सनसिटी में हुई फायरिंग में भी उसकी भूमिका सामने आई थी. अज्ञात हमलावरों ने होटल पर गोलियां चलाई थीं, जिसमें कर्मचारी बाल-बाल बचे थे. इस केस में चूरू एसपी ने प्रवीण पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था.
AGTF की टीम पहले ही प्रवीण के साथी जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू जोड़ी को गिरफ्तार कर चुकी है, जिससे दो AK-47 और भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे.
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