उमर खालिद कर पर हमला करने वाले आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नेता उमर खालिद पर कुछ दिन पहले हमला करने वाले आरोपियों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. हैरान करने वाली बात तो यह है कि हमले की जिम्मेदारी लेने वाले दो आरोपियों ने पहले कहा था कि वह शुक्रवार को पुलिस के समाने आत्मसमर्पण करेंगे लेकिन उन्हें ऐसा नहीं किया. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार इस हमले की जिम्मेदारी दो युवकों ने लिया था. पुलिस ने दोनों आरोपियों की पहचान दरवेश शाहपुर और नवीन दलाल के रूप में की गई थी. दोनों आरोपियों ने पुलिस को आश्वासन दिया था कि वह शुक्रवार को पंजाब के एक गांव में पुलिस के समक्ष पेश होंगे. और ऐसा करने के लिए उन्हें मोहलत दी जाए. लेकिन पुलिस से मोहलत मिलने के बाद भी उन्होंने आत्मसमर्पण नहीं किया.
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दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा की एक टीम सिख क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा के गांव गई थी। दरवेश शाहपुर और नवीन दलाल ने इसी गांव में आत्मसमर्पण की बात कही थी. पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी मूल रूप से हरियाणा के झझर के रहने वाले हैं. गौरतलब है कि उमर खालिद पर 13 अगस्त को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के पास फायरिंग की गई थी. हालांकि इस हमले में उमर खालिद को गोली नहीं लगी . एक चश्मदीद के मुताबिक आरोपी ने उमर खालिद को धक्का मारकर उसपर गोली चलाई और मौके फरार हो गया. बाद में घटना की सूचना दिल्ली पुलिस को दी गई. बाद में पुलिस को मौके से पिस्तौल भी बरामद हुई थी.
यह भी पढ़ें: जेएनयू के छात्र उमर खालिद पर दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के पास फायरिंग
बताया जा रहा था कि हमलावार के हाथ से पिस्तौल गिर गई थी और वह फरार हो गया. अपने उपर हुए हमले के बाद उमर खालिद ने कहा, 'देश में खौफ का माहौल है और सरकार के खिलाफ बोलने वाले हर व्यक्ति को डराया-धमकाया जा रहा है.'वहीं घटना के बाद एक चश्मदीद ने बताया था कि उमर खालिद हमारे साथ एक कार्यक्रम में था. जब हम एक चाय के स्टॉल पर थे तभी सफेद शर्ट पहने एक शख्स पास आया उसने पहले धक्का मारा फिर फायरिंग कर दी. धक्के की वजह से खालिद गिर गया और गोली उसके पास से निकल गई.
VIDEO: उमर खालिद को कौन गोली मारना चाहता है.
हमने उसको पकड़ने की कोशिश की लेकिन उसने हवा में कई बार फायरिंग की और मौके से फरार हो गया. वहीं जेएनयू में उनके साथी और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा है कि यह आवाज दबाने की कोशिश है. खालिद 'यूनाइटेड अगेंस्ट हेट' संगठन के 'खौफ से आजादी' नामक एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. (इनपुट भाषा से)
                                                                        
                                    
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दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा की एक टीम सिख क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा के गांव गई थी। दरवेश शाहपुर और नवीन दलाल ने इसी गांव में आत्मसमर्पण की बात कही थी. पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी मूल रूप से हरियाणा के झझर के रहने वाले हैं. गौरतलब है कि उमर खालिद पर 13 अगस्त को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के पास फायरिंग की गई थी. हालांकि इस हमले में उमर खालिद को गोली नहीं लगी . एक चश्मदीद के मुताबिक आरोपी ने उमर खालिद को धक्का मारकर उसपर गोली चलाई और मौके फरार हो गया. बाद में घटना की सूचना दिल्ली पुलिस को दी गई. बाद में पुलिस को मौके से पिस्तौल भी बरामद हुई थी.
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बताया जा रहा था कि हमलावार के हाथ से पिस्तौल गिर गई थी और वह फरार हो गया. अपने उपर हुए हमले के बाद उमर खालिद ने कहा, 'देश में खौफ का माहौल है और सरकार के खिलाफ बोलने वाले हर व्यक्ति को डराया-धमकाया जा रहा है.'वहीं घटना के बाद एक चश्मदीद ने बताया था कि उमर खालिद हमारे साथ एक कार्यक्रम में था. जब हम एक चाय के स्टॉल पर थे तभी सफेद शर्ट पहने एक शख्स पास आया उसने पहले धक्का मारा फिर फायरिंग कर दी. धक्के की वजह से खालिद गिर गया और गोली उसके पास से निकल गई.
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हमने उसको पकड़ने की कोशिश की लेकिन उसने हवा में कई बार फायरिंग की और मौके से फरार हो गया. वहीं जेएनयू में उनके साथी और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा है कि यह आवाज दबाने की कोशिश है. खालिद 'यूनाइटेड अगेंस्ट हेट' संगठन के 'खौफ से आजादी' नामक एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. (इनपुट भाषा से)
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