दिल्ली में लोगों की जासूसी करने वाले गैंग का खुलासा हुआ है. कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और अन्य जानकारी प्रोवाइड करा रहा था. यह खुलासा दिल्ली के आउटर-नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने किया है. पुलिस ने ग्राहक बनकर गैंग के एक शख्स को गिरफ्तार किया. गैंग में सक्रिय आरोपी पवन कुमार को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी पवन कुमार डिटेक्टिव एजेंसी में काम करता है. गैंग का मुख्य सरगना पंकज फरार है.
पुलिस को गुप्त जानकारी मिली थी एक शख्स लोगों से पैसा लेकर CDR और अन्य जानकारी उपलब्ध करवा रहा है. जिसके बाद एक डिकोय टीम बनाकर डिटेक्टिव एजेंसी चलाने वाले से सम्पर्क किया और 25000 रुपए में आरोपी CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड ) देने पर राजी हो गया. आरोपी को रोहिणी इलाके में बुलाया गया और 25 हज़ार रुपए देते ही आरोपी ने CDR पेन ड्राइव के जरिये दी. तभी आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट पुलिस की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
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डिटेक्टिव एजेंसी का ऑफिस नोएडा में है. पुलिस अब उसके ऑफिस में रेड कर तमाम सबूत जुटा रही है. पुलिस ने अब तक लैपटॉप और अन्य सामान सीज किया है. पुलिस ये पता लगाने में जुटी है की ये अब तक कितने लोगों की CDR मंगवा चुके हैं और कौन शख्स इनको CDR उपलब्ध करवाता है.
आरोपी पवन ने बताया कि दिल्ली की कई डिटेक्टिव एजेंसी ये ही काम कर रही है जो ग्राहक की जरूरत के मुताबिक CDR, Bank Statment, ITR, GST Return, मोबाइल लोकेशन और ओनरशिप उपलब्ध करवाती है.
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पुलिस ने समयपुर बादली थाने में IPC की धारा 409, 420, 464, 120 और टेलीग्राफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
ये एक बड़ी गैंग है, जिसमें आने वाले दिनों में कई गिरफ्तारियां हो सकती है. बड़े लेवल के लोग भी इसमे शामिल हो सकते हैं. कानून के मुताबिक आप किसी की पर्सनल जानकारी, कॉल डिटेल, बैंक डिटेल और अन्य जानकारी नहीं ले सकते.
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