दिल्ली पुलिस की फाइल फोटो
- महिला आयोग के अनुसार आश्रम के अधिकारियों ने नहीं किया सहयोग
- आयोग के अनुसार आश्रम में रहने वाली लड़कियां खतरे में
- आयोग ने कहा अलग-अलग रजिस्टर में अलग-अलग जानकारी
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नई दिल्ली:
राजस्थान राज्य महिला आयोग ने दुष्कर्म के आरोपी दाती महाराज के पाली जिले के आलावास स्थित आश्रम में कई तरह की अनियमितताएं पाये जाने पर पाली पुलिस अधीक्षक को आश्रम में रह रही लडकियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये पत्र लिखा है. आयोग ने पाली पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में दाती के आश्रम में रह रही लडकियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है. आयोग के दो सदस्यों और एक न्यायिक अधिकारी के तीन सदस्यीय दल ने कल दाती के आश्रम का अवलोकन कर उसमें कई तरह की अनियमितताएं पायी है.
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राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि आश्रम के अधिकारियों ने आयोग के दल के साथ सहयोग नहीं किया और मांगे गये दस्तावेजों को पेश करने में असफल रहे. उन्होंने बताया कि आश्रम के अधिकारी होस्टल और शैक्षणिक संस्थान चलाने के लिये जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं दिखा पाए, इसलिये जिला कलेक्टर को इस संबंध में जांच कर अपनी रिपोर्ट 10 दिन में पेश करने को कहा गया है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि आश्रम में लडकियों के रूकने के लिये किसी प्रकार का कोई उपयुक्त रिकार्ड नहीं है. एक रजिस्टर में दर्ज 153 लडकियों के आश्रम में होने की उपस्थिति दर्ज थी, जबकि आश्रम में 253 लड़कियां मौजूद थीं.
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आश्रम के अधिकारी शिक्षा विभाग की एनओसी तक नहीं दिखा पाए. साथ ही, यह बात भी सामने आई है कि आश्रम में स्थित स्कूल और कॉलेज के पंजीकरण का नवीनीकरण नहीं करवाया गया है. उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर को पंजीकरण, अनापत्ति प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों और अन्य प्रबंधों के बारे में जांच करने के निर्देश दिये गये है.
VIDEO: दाती महाराज से फिर हुई पूछताछ.
आयोग के सदस्यों ने आश्रम में रह नही जिन लड़कियों से बातचीत की वे डरी हुई थी और उनके बयानों में विरोधाभास था, इसलिये हमने पुलिस अधीक्षक से लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आश्रम में पुलिसकर्मी तैनात करने को कहा है. (इनपुट भाषा से)
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राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि आश्रम के अधिकारियों ने आयोग के दल के साथ सहयोग नहीं किया और मांगे गये दस्तावेजों को पेश करने में असफल रहे. उन्होंने बताया कि आश्रम के अधिकारी होस्टल और शैक्षणिक संस्थान चलाने के लिये जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं दिखा पाए, इसलिये जिला कलेक्टर को इस संबंध में जांच कर अपनी रिपोर्ट 10 दिन में पेश करने को कहा गया है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि आश्रम में लडकियों के रूकने के लिये किसी प्रकार का कोई उपयुक्त रिकार्ड नहीं है. एक रजिस्टर में दर्ज 153 लडकियों के आश्रम में होने की उपस्थिति दर्ज थी, जबकि आश्रम में 253 लड़कियां मौजूद थीं.
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आश्रम के अधिकारी शिक्षा विभाग की एनओसी तक नहीं दिखा पाए. साथ ही, यह बात भी सामने आई है कि आश्रम में स्थित स्कूल और कॉलेज के पंजीकरण का नवीनीकरण नहीं करवाया गया है. उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर को पंजीकरण, अनापत्ति प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों और अन्य प्रबंधों के बारे में जांच करने के निर्देश दिये गये है.
VIDEO: दाती महाराज से फिर हुई पूछताछ.
आयोग के सदस्यों ने आश्रम में रह नही जिन लड़कियों से बातचीत की वे डरी हुई थी और उनके बयानों में विरोधाभास था, इसलिये हमने पुलिस अधीक्षक से लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आश्रम में पुलिसकर्मी तैनात करने को कहा है. (इनपुट भाषा से)
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