केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आंध्र प्रदेश के गुंटुर में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के 20 से अधिक अधिकारियों के खिलाफ निजी भविष्य निधि परामर्शदाताओं (कंसल्टेंट) से दावा निस्तारण जैसे नियमित कार्यों के एवज में पेटीएम, फोनपे और गूगल पे जैसे ‘पेमेंट एप्लीकेशन' के मार्फत कथित तौर पर पैसे लेने को लेकर मामला दर्ज किया है. केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि यह सूचना मिलने पर कि कुछ ईपीएफओ अधिकारी भारी कदाचार में संलिप्त हैं, सीबीआई ने गुंटुर में क्षेत्रीय कार्यालय में ईपीएफओ सतर्कता विभाग के साथ संयुक्त औचक निरीक्षक किया. अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान कुछ कर्मचारियों की सहमति से उनके मोबाइल फोन जब्त किये गये.
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि उन फोनों की जांच के बाद यह पता चला कि ईपीएफओ लाभार्थियों के यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर), पासवर्ड, ओटीपी (वन टाम पासवर्ड) जैसी महत्वपूर्ण सूचना कुछ निजी पीएफ कंसल्टेंट्स के साथ साझा की जा रही है. सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि इस सूचना के आधार पर सीबीआई की विशाखापत्तनम इकाई ने आरोपी ईपीएफओ अधिकारियों एवं निजी व्यक्तियों के विरूद्ध प्राथमिकियां दर्ज की हैं.
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है , ‘‘अधिकारियों और ऐसे निजी कंसल्टेंट्स के बीच डेटा के आदान-प्रदान से यह खुलासा हुआ कि वे (अधिकारी) ईपीएफओ के कार्यालयी कार्य करने के लिए रिश्वत/अवैध लाभ प्राप्त कर रहे थे. यह रकम अनिधिकृत रूप से पेटीएम, फोनपे और गूगल पे आदि मोबाइल पेमेंट ऐप के जरिए ली गई.''
सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने कहा, ‘आंध्रप्रदेश में गुंटूर, ओंगले, चिराला विजयवाड़ा एवं गुंटूपल्ली में 40 जगहों पर आरोपियों के आवास एवं कार्यालय परिसरों की तलाशी ली गयी जिससे कुछ अभियोजन योग्य दस्तावेज मिले.'
ईपीएफओ मुम्बई में में ईपीएफ से संबंधित 18 करोड़ रूपये की कथित धोखाखड़ी के एक अन्य मामले में सीबीआई ने मुम्बई में चार स्थानों पर तलाशी की और 13.40 लाख रूपये बरामद किये.
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