भारत-जिम्बाब्वे पहले वनडे मैच की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
लोकेश राहुल के एकलौते छक्के ने भारत और जिम्बाब्वे के बीच पहले मैच में एक गेंद पर दो लक्ष्य हासिल कर लिए। 3 वनडे मैचों की सीरीज़ में 9 विकेट से जीत दिला दी और अपने पहले ही वनडे मैच में शतक जमाने वाले लोकेश राहुल भारत के पहले बल्लेबाज़ बन गए।
लेकिन टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी की मानें तो जीत के हीरो रहे भारत के तेज़ गेंदबाज़, जिन्होंने पहले मैच में जिम्बाब्वे के आठ विकेट चटकाए और टॉस जीतने के बाद गेंदबाज़ी के फैसले को सही ठहराया।
माही की बात सही भी नज़र आती है। जसप्रीत बुमराह ने 4 विकेट तो बरिंदर सरां और धवल कुलकणी ने दो-दो विकेट लेकर भारत की जीत की नींव रख दी। जीत के बाद धोनी ने कहा- 'तीन मैचों की सीरीज़ काफी छोटी होती है, इसलिए अगर आप पहला मैच जीत जाते हैं तो आगे आने वाले मैचों में दबाव आप पर कम और विरोधी टीमों पर ज़्यादा रहता है।'
करुण नायर मौके को भुना नहीं पाए
पहले मैच में भारत ने तीन नए चेहरों को भारत के लिए खेलने का मौका दिया गया, जिसमें चहल, राहुल और करुण नायर शामिल थे। चहल ने सटीक गेंदबाज़ी की... तो लोकेश राहुल ने आखिर तक दम लगाया। बस एक करुण नायर ही उन्हें मिले मौके को भुना नहीं पाए, लेकिन टीम के किसी भी सदस्य पर यहां कोई दबाव नज़र नहीं आता।
पहले मैच में शतक जमाने वाले लोकेश राहुल का कहना है- 'हम यहां किसी को कुछ भी साबित करने नहीं आए हैं। हम यहां सीखने आए हैं कि अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कैसे किए जाता है और माही की कप्तानी में हम अपने खेल को सुधारने की हर कोशिश कर रहे हैं।'
सीरीज़ के दूसरे मुकाबले में भी जिम्बाब्वे की ओर से ज़्यादा चुनौती मिलने की उम्मीद नहीं है। लेकिन ये क्रिकेट का खेल है, जिसमें कभी भी कोई भी उलटफेर हो सकता है। इसलिए भारत की नज़र दूसरा वनडे जीतकर सीरीज़ अपने नाम करने पर होगी।
लेकिन टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी की मानें तो जीत के हीरो रहे भारत के तेज़ गेंदबाज़, जिन्होंने पहले मैच में जिम्बाब्वे के आठ विकेट चटकाए और टॉस जीतने के बाद गेंदबाज़ी के फैसले को सही ठहराया।
माही की बात सही भी नज़र आती है। जसप्रीत बुमराह ने 4 विकेट तो बरिंदर सरां और धवल कुलकणी ने दो-दो विकेट लेकर भारत की जीत की नींव रख दी। जीत के बाद धोनी ने कहा- 'तीन मैचों की सीरीज़ काफी छोटी होती है, इसलिए अगर आप पहला मैच जीत जाते हैं तो आगे आने वाले मैचों में दबाव आप पर कम और विरोधी टीमों पर ज़्यादा रहता है।'
करुण नायर मौके को भुना नहीं पाए
पहले मैच में भारत ने तीन नए चेहरों को भारत के लिए खेलने का मौका दिया गया, जिसमें चहल, राहुल और करुण नायर शामिल थे। चहल ने सटीक गेंदबाज़ी की... तो लोकेश राहुल ने आखिर तक दम लगाया। बस एक करुण नायर ही उन्हें मिले मौके को भुना नहीं पाए, लेकिन टीम के किसी भी सदस्य पर यहां कोई दबाव नज़र नहीं आता।
पहले मैच में शतक जमाने वाले लोकेश राहुल का कहना है- 'हम यहां किसी को कुछ भी साबित करने नहीं आए हैं। हम यहां सीखने आए हैं कि अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कैसे किए जाता है और माही की कप्तानी में हम अपने खेल को सुधारने की हर कोशिश कर रहे हैं।'
सीरीज़ के दूसरे मुकाबले में भी जिम्बाब्वे की ओर से ज़्यादा चुनौती मिलने की उम्मीद नहीं है। लेकिन ये क्रिकेट का खेल है, जिसमें कभी भी कोई भी उलटफेर हो सकता है। इसलिए भारत की नज़र दूसरा वनडे जीतकर सीरीज़ अपने नाम करने पर होगी।
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