नई दिल्ली:
कैंसर को मात देकर लौटे युवराज सिंह का मानना है कि ट्वेंटी-20 विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ ट्वेंटी-20 मैच खेलना उनके लिए बेहद अहम होगा।
युवराज पिछले डेढ़ महीने से बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में अभ्यास कर रहे हैं।
शनिवार को नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीलंका में 18 सितम्बर से शुरू हो रहे विश्व कप से पहले कोई भी घरेलू टूर्नामेंट नहीं है। इसीलिए वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 8 और 11 सितम्बर को होने वाले दो ट्वेंटी-20 मैचों के जरिए वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
30 साल के इस खिलाड़ी ने स्पष्ट किया कि उन्हें वापसी की कोई जल्दी नहीं है और उससे पहले वह कुछ घरेलू मैच खेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से अभी रणजी ट्रॉफी का कोई मैच नहीं है और वह बूची बाबू मेमोरियल प्रतियोगिता में खेलकर अभ्यास कर लेना चाहते हैं। उन्होंने माना की कैंसर के उपचार के दौरान हुई कीमोथैरिपी ने उनके शरीर पर असर डाला है लेकिन वह अब हर गुजरते दिन के साथ चुस्त-दुरुस्त होते जा रहे हैं। और अगले दो महीनों में पूरी तरह से फिट हो जाएंगे।
युवराज पिछले डेढ़ महीने से बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में अभ्यास कर रहे हैं।
शनिवार को नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीलंका में 18 सितम्बर से शुरू हो रहे विश्व कप से पहले कोई भी घरेलू टूर्नामेंट नहीं है। इसीलिए वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 8 और 11 सितम्बर को होने वाले दो ट्वेंटी-20 मैचों के जरिए वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
30 साल के इस खिलाड़ी ने स्पष्ट किया कि उन्हें वापसी की कोई जल्दी नहीं है और उससे पहले वह कुछ घरेलू मैच खेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से अभी रणजी ट्रॉफी का कोई मैच नहीं है और वह बूची बाबू मेमोरियल प्रतियोगिता में खेलकर अभ्यास कर लेना चाहते हैं। उन्होंने माना की कैंसर के उपचार के दौरान हुई कीमोथैरिपी ने उनके शरीर पर असर डाला है लेकिन वह अब हर गुजरते दिन के साथ चुस्त-दुरुस्त होते जा रहे हैं। और अगले दो महीनों में पूरी तरह से फिट हो जाएंगे।
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