नई दिल्ली:
टीम इंडिया के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन ने टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की क्षमता और टीम में उनकी भूमिका पर सवाल उठाने वाले आलोचकों को भी आड़े हाथ लिया है। उन्होंने दोटूक लहजे में पूछा है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अगर खेल रहे होते तो क्या ये उन्हें भी इसी तरह से आलोचना का शिकार बनाते। टीम इंडिया के कोच के रूप में अपनी 'दूसरी पारी' का विकल्प खुला रखा है।
अभी तक 'मिडाज टच' नहीं गंवाया
कोच के रूप में भारत को वर्ष 2011 में वर्ल्डकप जिताने वाले पूर्व दक्षिण अफ्रीकी ओपनर को इस बात की हैरानी है कि लोग आखिरकार किस तरह के ऐसे खिलाड़ी पर से विश्वास खो देते हैं जो खेल में लगभग हर ट्रॉफी जीत चुका हो। उन्होंने कहा, ' मैं समझ नहीं पा रहा कि लोग धोनी के टीम में स्थान पर सवाल क्यों उठा रहे हैं, आखिर धोनी को क्यों जाना चाहिए। ' अपनी पत्नी डेबोराह की पुस्तक 'चाय टी & जिंजर बीयर : माई अनएक्सपेक्टेड जर्नी....क्रिकेट, फैमिली एंड बियोंड' के लांच के सिलसिले में भारत आए कर्स्टन ने कहा कि धोनी के कद के खिलाड़ी पर सवाल उठाना गलत है। उन्होंने अभी तक अपना 'मिडाज टच' नहीं गंवाया है।
उनकी जगह कौन लेगा
कर्स्टन ने कहा, आखिर धोनी की जगह कौन लेगा। विराट नंबर तीन पर बैटिंग करते हैं। धोनी का वन-डे औसत क्या है, (हंसते हुए) विश्व में सर्वश्रेष्ठ। मैं इस तरह की सोच को अब तक समझ नहीं पाया हूं। धोनी महान खिलाड़ी हैं, मैं बतौर कोच उनके साथ काम कर चुका हूं। उनका प्रदर्शन सब कुछ बयां करता है। कर्स्टन के अनुसार, धोनी को हमेशा ही भारत के महानतम कप्तान नहीं तो महान खिलाड़ी के रूप में याद किया जाएगा। मीडिया का धोनी से वन-डे टीम में उनकी जगह को न्यायोचित ठहराने की बात कहना किसी तरह से उचित नहीं है। वह भारत के महानतम खिलाडि़यों में से एक हैं। क्या वे सचिन तेंदुलकर से भी यही कहते, मुझे लगता है यह गलत है।
दक्षिण अफ्रीका को हरा पाना कठिन
दक्षिण अफ्रीकी टीम के साथ सलाहकार के तौर पर जुड़े कर्स्टन के अनुसार, यह टीम यहां की परिस्थितियों से वाकिफ हो चुकी है। एबी डिविलियर्स, डेविड मिलर, क्विंटन डी कॉक जैसे खिलाड़ी आईपीएल में खेल चुके हैं। वे यहां पर खेलने का अनुभव हासिल कर चुके हैं।
अभी तक 'मिडाज टच' नहीं गंवाया
कोच के रूप में भारत को वर्ष 2011 में वर्ल्डकप जिताने वाले पूर्व दक्षिण अफ्रीकी ओपनर को इस बात की हैरानी है कि लोग आखिरकार किस तरह के ऐसे खिलाड़ी पर से विश्वास खो देते हैं जो खेल में लगभग हर ट्रॉफी जीत चुका हो। उन्होंने कहा, ' मैं समझ नहीं पा रहा कि लोग धोनी के टीम में स्थान पर सवाल क्यों उठा रहे हैं, आखिर धोनी को क्यों जाना चाहिए। ' अपनी पत्नी डेबोराह की पुस्तक 'चाय टी & जिंजर बीयर : माई अनएक्सपेक्टेड जर्नी....क्रिकेट, फैमिली एंड बियोंड' के लांच के सिलसिले में भारत आए कर्स्टन ने कहा कि धोनी के कद के खिलाड़ी पर सवाल उठाना गलत है। उन्होंने अभी तक अपना 'मिडाज टच' नहीं गंवाया है।
उनकी जगह कौन लेगा
कर्स्टन ने कहा, आखिर धोनी की जगह कौन लेगा। विराट नंबर तीन पर बैटिंग करते हैं। धोनी का वन-डे औसत क्या है, (हंसते हुए) विश्व में सर्वश्रेष्ठ। मैं इस तरह की सोच को अब तक समझ नहीं पाया हूं। धोनी महान खिलाड़ी हैं, मैं बतौर कोच उनके साथ काम कर चुका हूं। उनका प्रदर्शन सब कुछ बयां करता है। कर्स्टन के अनुसार, धोनी को हमेशा ही भारत के महानतम कप्तान नहीं तो महान खिलाड़ी के रूप में याद किया जाएगा। मीडिया का धोनी से वन-डे टीम में उनकी जगह को न्यायोचित ठहराने की बात कहना किसी तरह से उचित नहीं है। वह भारत के महानतम खिलाडि़यों में से एक हैं। क्या वे सचिन तेंदुलकर से भी यही कहते, मुझे लगता है यह गलत है।
दक्षिण अफ्रीका को हरा पाना कठिन
दक्षिण अफ्रीकी टीम के साथ सलाहकार के तौर पर जुड़े कर्स्टन के अनुसार, यह टीम यहां की परिस्थितियों से वाकिफ हो चुकी है। एबी डिविलियर्स, डेविड मिलर, क्विंटन डी कॉक जैसे खिलाड़ी आईपीएल में खेल चुके हैं। वे यहां पर खेलने का अनुभव हासिल कर चुके हैं।
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