1. टॉप ऑर्डर पर निर्भर
मौजूदा टीम इंडिया अपने टॉप ऑर्डर पर ज्यादा निर्भर नज़र आती है। बड़ा स्कोर बनाने के लिए रोहित, शिखर या विराट का चलना बेहद ज़रूरी लग रहा है। मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज़ मैच जिताऊ पारी खेलना का विश्वास नहीं दिला पाए हैं। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ टीम को 183 रन बनाने के लिए संघर्ष करना इस बात का सबसे बड़ा सूबत है।
2. बल्ले से फ़्लॉप जडेजा
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ मैच में टीम इंडिया को 49 रन और बनाने थे जब रविंद्र जडेजा आद्रे रसेल की एक शॉर्ट गेंद को पुल करने के चक्कर में आउट हो गए। बल्ले से जडेजा का लगातार नाकाम होना कप्तान धोनी की चिंता को बढ़ा गया।
कप्तान धोनी ने कहा कि उसे सुधार करने की ज़रूरत है, हम उस पर बहुत विश्वास करते है, लेकिन सिर्फ़ उम्मीदों पर नहीं खेल सकते। मैदान पर प्रदर्शन करके दिखाना भी ज़रूरी है और वो ऐसा करने की क्षमता रखता है।
धोनी ने मीडिया के सामने ही घुमा फिराकर जडेजा को सलाह भी दे डाली। धोनी के मुताबिक, हमें ये मानना होगा कि ऑस्ट्रेलिया में बहुत ज्यादा बड़े शॉट नहीं खेले जा सकते, ऐसे में 2-3 रन भागकर लेने पर ज़ोर देना होगा। नए शॉट्स खेलकर स्कोरबोर्ड पर रन लगाने का तरीका ढूंढना ज़रूरी है।
पिछले 9 वनडे मैचों में सिर्फ एक अर्धशतक बनाने वाले जडेजा को हमारे क्रिकेट एक्सपर्ट वीवीएस लक्ष्मण भी कमज़ोर कड़ी मानने से नहीं चूक रहे।
लक्ष्मण ने कहा कि जडेजा को ये समझने की ज़रूरत है कि वह सिर्फ अपनी गेंदबाज़ी के लिए टीम में नहीं है। उन्हें अपने पर भरोसा रखना चाहिए कि वह बल्ले से भी टीम को मैच जीताकर दे सकते हैं।
3. फील्डिंग में चाहिए सुधार
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ मैच में टीम इंडिया ने तीन कैच ड्रॉप की। मैदान पर भारतीय खिलाड़ी बहुत चुस्त नज़र नहीं आए। नॉकआउट मैच में इस आदत से बचना होगा, नहीं तो घातक खिलाड़ी के खिलाफ़ ये गलती टीम इंडिया के डब्बा वर्ल्ड कप से गोल कर सकती है।
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