
- भारत और पाकिस्तान की महिला क्रिकेट टीमों के बीच मुकाबला इतिहास, राजनीति और जुनून का मिश्रण होता है
- पाकिस्तान को बांग्लादेश से हार का झटका लगा है जबकि भारत ने विश्व कप में करीब जीत हासिल की है
- नो-हैंडशेक की घटना ने दोनों टीमों के बीच तनाव को बढ़ाया है और मैच की गर्माहट बढ़ाई है
दुबई एशिया कप का ड्रामा ख़त्म हुए अभी हफ्ता नहीं बीता है और भारत और पाकिस्तान की टीम में एक बार फिर आमने-सामने आ गई हैं. भारत और पाकिस्तान की टीमें जब भी आमने-सामने होती हैं, तो सिर्फ क्रिकेट नहीं होता - यह इतिहास, राजनीति और जुनून का ऐसा संगम होता है जहां रोमांच अपने चरम पर नजर आता है. आईसीसी महिला विश्व कप में बेशक रिकॉर्ड एकतरफा है, जहाँ भारत 11-0 से आंकड़ों पर सवार है. लेकिन इस मुकाबले से पहले भी एक अलग तरह की गर्माहट कोलंबो और दोनों टीमों के दरमियां साफ महसूस की जा सकती है. और इस माहौल में रविवार को कौन बाजी मारेगा, यह देखने वाली बात होगी. हर भारत-पाक मुकाबले की अलग गर्मी होती है. और, इस मुकाबले का भी अपना अलग मसाला है - दोनों पक्षों के बीच कोई हाथ मिलाना नहीं, बांग्लादेश से हार के बाद पाकिस्तान का घायल होना और, भारत का अपने ओपनर मैच में बहुत आसान जीत हासिल नहीं होना इस मुकाबले की धमक तेज़ करता है.
सबसे बड़े मुकाबले से पहले बढ़ रहा तनाव
एशिया कप के घाव अभी भी ताज़ा हैं- जहां नो-हैंडशेक की घटना ने क्रिकेट से ज्यादा सुर्खियां बटोरीं. इसी पहलू बाद में हुई और घटनाओं ने इस मुकाबले को भी अपने तनाव के लपेटे में ले लिया है. दोनों टीमें बहुत अलग दबाव में आती नज़र आ रही हैं. पाकिस्तान अपने ओपनर मैच में बांग्लादेश से हार के बाद चुभन महसूस कर रहा है, जबकि, भारतीय टीम अपनी वर्ल्ड कप की मुहिम के पहले मैच में एक नज़दीकी जीत हासिल कर पाई है.
मुकाबले का मंच तैयार है, लेकिन...
हालांकि, भारतीय खिलाड़ी हालांकि जोर देते हैं कि उनका ध्यान केवल क्रिकेट पर है. भारत के गेंदबाजी कोच अविष्कार साल्वी मोमेंटम की बात करते हैं, तो पाकिस्तान की फातिमा सना ने अपने कैंप के अंदर एकता पर जोर देती हैं. दोनों टीमें जानती हैं - यह एक ऐसा मुकाबला है जिसका हर लम्हा फैन्स कभी नहीं भूलते और ये भी टीमों पर दबाव की बड़ी वजह है. कोच अविष्कार साल्वी कहते हैं, 'जब आप विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में प्रवेश करते हैं, तो ध्यान केवल क्रिकेट पर होता है. यह अच्छा है कि खिलाड़ी अच्छी जगह पर हों. जैसा कि आपने पहले गेम में देखा. उस पहली जीत के बाद टीम गति पर है और वह अच्छी तरह से तैयारी कर रही है.'
स्मृति और दीप्ति से भारतीयों को उम्मीद
भारत के नजरिए से स्मृति मंधाना का क्लास और गेंद के साथ दीप्ति शर्मा का कंट्रोल बेहद महत्वपूर्ण होगा, जबकि, पाकिस्तान के लिए - नशरा संधू, डियाना बेग और तेज़ तर्रार फातिमा सना तुरुप के इक्के हैं लेकिन भारत- पाक मैच के दिन बारिश भी रडार पर है. ऐसे में दोनों टीमों को इस अहम बात के लिए भी तैयार होकर आना पड़ेगा. इसका मतलब इस हाई-वोल्टेज मैच के रोमांच में एक और मोड़ आ सकता है जिसे वैसे भी कभी भी एक्स्ट्रा नाटक की ज़रुरत नहीं है.
(रिका रॉय कोलंबो से)
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