एडिलेड:
टेस्ट शृंखला भले ही हाथ से निकल गई है, लेकिन भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि इस निराशाजनक शिकस्त ने उनकी टीम के मनोबल को प्रभावित नहीं किया है और टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वाइटवाश से बचने के लिए चौथे और अंतिम टेस्ट में जीत दर्ज करने पर ध्यान लगाए हुए है।
मंगलवार को शुरू हो रहे अंतिम टेस्ट मैच से पहले गंभीर ने टीम के अभ्यास सत्र के बाद कहा, ‘‘प्रत्येक टेस्ट विशेष है। आपको प्रेरित होना पड़ता है। प्रेरणा की कमी नहीं है। अगर आप प्रेरित नहीं हो, तो आपको क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बात यह है कि आप एक या दो शृंखलाओं में खराब नहीं होते। सिर्फ दो शृंखला पहले हम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम थे। यही आपकी परीक्षा होती है, आप एक-दूसरे को प्रेरित करते हो और एक-दूसरे का समर्थन करते हो। जब पूरी टीम निराश होती है, तो आपको अपनी टीम को प्रेरित करना होता है।’’ गंभीर ने कहा कि वह सचिन तेंदुलकर के 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक की बजाय टीम के एडिलेड ओवल में अच्छे प्रदर्शन को तरजीह देते हैं।
मंगलवार को शुरू हो रहे अंतिम टेस्ट मैच से पहले गंभीर ने टीम के अभ्यास सत्र के बाद कहा, ‘‘प्रत्येक टेस्ट विशेष है। आपको प्रेरित होना पड़ता है। प्रेरणा की कमी नहीं है। अगर आप प्रेरित नहीं हो, तो आपको क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बात यह है कि आप एक या दो शृंखलाओं में खराब नहीं होते। सिर्फ दो शृंखला पहले हम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम थे। यही आपकी परीक्षा होती है, आप एक-दूसरे को प्रेरित करते हो और एक-दूसरे का समर्थन करते हो। जब पूरी टीम निराश होती है, तो आपको अपनी टीम को प्रेरित करना होता है।’’ गंभीर ने कहा कि वह सचिन तेंदुलकर के 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक की बजाय टीम के एडिलेड ओवल में अच्छे प्रदर्शन को तरजीह देते हैं।
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