नई दिल्ली:
भारत के उभरते हुए तेज गेंदबाज शमी अहमद का मानना है कि वह कभी अपनी गति में कमी करने के विकल्प पर विचार नहीं करेंगे। उनकी नजर में हालांकि लाइन और लेंथ तेज गेंदबाजी का अहम हिस्सा है।
शमी ने कहा, ‘‘मेरे लिए गति और स्विंग मेरी गेंदबाजी के दो सबसे अहम पहलू हैं। मुझे पता है कि लाइन और लेंथ काफी अहम है लेकिन मैं अपनी तेजी से कभी समझौता नहीं करूंगा क्योंकि यह मेरी गेंदबाजी का सबसे मजबूत हिस्सा है और मुझे इस स्तर पर पहुंचाने का अहम कारण है।’’
पाकिस्तान के खिलाफ पदार्पण वन-डे में लगातार चार मेडन ओवर फेंककर भारतीय रिकॉर्ड बनाने वाले शमी ने कहा, ‘‘मैं उस क्षेत्ररक्षण के हिसाब से गेंदबाजी करने का प्रयास कर रहा था जो मेरे कप्तान ने मेरे लिए सजाया था। आप इस तरह की चीजों की योजना नहीं बना सकते लेकिन मेरे साथ ऐसा हुआ और मैं खुश हूं। मुझे हमेशा अपनी क्षमता पर भरोसा था और कड़ी मेहनत करने को तैयार हूं।’’
शमी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कम स्कोर वाले मैच में पदार्पण मैच में उन्होंने गेंदबाजी करते हुए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के निर्देशों का पालन किया। उन्होंने कहा, ‘‘धोनी भाई ने मुझे सिर्फ इतना कहा था कि नर्वस मत होना और रणनीति से मत भटकना।’’
भारतीय टीम के साथ एक महीना बिताने और पांच एकदिवसीय मैच खेलने के बाद शमी को निश्चित तौर पर अहसास हो गया होगा कि उनमें लंबे समय तक टीम इंडिया का हिस्सा बनने का दम है।
उन्होंने कहा, ‘‘धोनी, गौतम गंभीर, विराट कोहली और युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों को देखकर आप काफी कुछ सीखते हैं। ऐसा नहीं है कि वे आपको कोचिंग देंगे लेकिन वे आपको छोटी छोटी अहम बाते बताते हैं जो आपको समझनी होती हैं।’’
शमी ने कहा, ‘‘मेरे लिए गति और स्विंग मेरी गेंदबाजी के दो सबसे अहम पहलू हैं। मुझे पता है कि लाइन और लेंथ काफी अहम है लेकिन मैं अपनी तेजी से कभी समझौता नहीं करूंगा क्योंकि यह मेरी गेंदबाजी का सबसे मजबूत हिस्सा है और मुझे इस स्तर पर पहुंचाने का अहम कारण है।’’
पाकिस्तान के खिलाफ पदार्पण वन-डे में लगातार चार मेडन ओवर फेंककर भारतीय रिकॉर्ड बनाने वाले शमी ने कहा, ‘‘मैं उस क्षेत्ररक्षण के हिसाब से गेंदबाजी करने का प्रयास कर रहा था जो मेरे कप्तान ने मेरे लिए सजाया था। आप इस तरह की चीजों की योजना नहीं बना सकते लेकिन मेरे साथ ऐसा हुआ और मैं खुश हूं। मुझे हमेशा अपनी क्षमता पर भरोसा था और कड़ी मेहनत करने को तैयार हूं।’’
शमी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कम स्कोर वाले मैच में पदार्पण मैच में उन्होंने गेंदबाजी करते हुए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के निर्देशों का पालन किया। उन्होंने कहा, ‘‘धोनी भाई ने मुझे सिर्फ इतना कहा था कि नर्वस मत होना और रणनीति से मत भटकना।’’
भारतीय टीम के साथ एक महीना बिताने और पांच एकदिवसीय मैच खेलने के बाद शमी को निश्चित तौर पर अहसास हो गया होगा कि उनमें लंबे समय तक टीम इंडिया का हिस्सा बनने का दम है।
उन्होंने कहा, ‘‘धोनी, गौतम गंभीर, विराट कोहली और युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों को देखकर आप काफी कुछ सीखते हैं। ऐसा नहीं है कि वे आपको कोचिंग देंगे लेकिन वे आपको छोटी छोटी अहम बाते बताते हैं जो आपको समझनी होती हैं।’’
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