
Why did Indian wear white jackets : चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत ने शानदार खेल दिखाया और न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर खिताब जीत लिया. भारत ने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने में कामयाबी पाई है. बता दें कि जीत के बाद भारतीय खिलाड़ियों को नियम के अनुसार व्हाइट जैकेट पहनाई गई. भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने व्हाइट जैकेट पहनकर पुरस्कार समारोह में हिस्सा लिया और फिर टॉफी लेकर चैंपियन बनने का भरपूर जश्न मनाया. लेकिन अब सबके मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर विजेता टीम को व्हाइट जैकेट क्यों पहनी पड़ती है. ऐसे में जानते हैं व्हाइट जैकेट पहनने का सिलसिला कब शुरू हुआ और क्यों पहनी जाती है.

यह सम्मान का प्रतीक, बेस्ट वनडे टीम का प्रतिक
दरअसल, विजेता टीम के खिलाड़ियों को व्हाइट जैकेट इसलिए पहननी पड़ती है क्योंकि इसे सम्मान के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है. व्हाइट जैकेट उस टीम को दी जाती है जो वनडे की सबसे बेस्ट टीम होती हैा. चैंपियंस ट्रॉफी में दुनिया भर की टॉप 8 टीमें खेलती है और विजेता टीम दुनिया की सबसे बेस्ट वनडे टीम बनती है. इसलिए बेस्ट टीम को दर्शाने के लिए विजेता टीम को व्हाइट जैकेट पहने के लिए दी जाती है. आईसीसी के मुताबिक यह जैकेट एक्सीलेंसी का प्रतीक है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती है.

Photo Credit: ANI
2009 चैंपियंस ट्रॉफी से हुआ आगाज
व्हाइट जैकेट पहनने की परंपरा का आगाज साल 2009 से हुआ था. उस समय दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था. तब से लेकर यह सिलसिला चलता आ रहा है. चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली टीम को व्हाइट जैकेट देकर उनका सम्मान किया जाता है.
व्हाइट जैकेट को मुंबई की फैशन डिजाइनर ने डिजाइन किया है
मुंबई की एक फैशन डिजाइनर बबिता एम ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए व्हाइट जैकेट को डिजाइन किया है.
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